Trending Photos
नई दिल्ली: किसान आंदोलन (Farmers Protest) के समर्थन में बयानबाजी करने वालीं स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) को भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) ने करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि सरकार को चाहिए कि ग्रेटा को उनके ट्वीट के लिए बाल वीरता पुरस्कार देना चाहिए. भाजपा सांसद ने आगे कहा कि ग्रेटा के ट्वीट से जिस षड्यंत्र का हमें हमेशा अंदेशा था, उसका सबूत सामने आ गया है. यह देश को नुकसान पहुंचाने की साजिश है.
ग्रेटा थनबर्ग (Greta Thunberg) ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अपने ट्वीट में कहा था कि यदि आप मदद चाहते हैं तो यह रही टूलकिट. इस टूलकिट ने लोगों को उस दस्तावेज तक पहुंच मुहैया कराई जिसमें प्रदर्शन को समर्थन करने के तरीकों के बारे में जानकारी थी. इस दस्तावेज में तत्काल उठाए जाने वाले विभिन्न कदमों का भी जिक्र था. जिसमें ट्विटर पर ज्यादा से ज्यादा पोस्ट करना और भारतीय दूतावासों के बाहर प्रदर्शन करना शामिल है. इसी को लेकर भाजपा सांसद ने ग्रेटा को जवाब दिया है.
I propose Greta Thunberg for Child bravery Award which Govt of India should bestow on her as she has done a huge service by uploading the document providing proof about hatching of a conspiracy to destabilise India from 1/1/ & leading up to 26/1/2021
— Meenakashi Lekhi (@M_Lekhi) February 4, 2021
VIDEO
मीनाक्षी लेखी ने अपने ट्वीट में कहा है कि मैं ग्रेटा थनबर्ग को बाल वीरता पुरस्कार (Child Bravery Award) देने का प्रस्ताव करती हूं, जो भारत सरकार को उन्हें देना चाहिए, क्योंकि उन्होंने 1/1/ से 26/1/21 तक भारत को अस्थिर करने के लिए एक साजिश रचने के बारे में सबूत प्रदान करने वाले दस्तावेज को अपलोड करके बड़ी सेवा की है. लेखी के इस ट्वीट को काफी पसंद किया जा रहा है. कई यूजर ने ग्रेटा को बेमतलब की बयानबाजी के लिए फटकार भी लगाई है.
अपने एक अन्य ट्वीट में भाजपा सांसद ने ग्रेटा थनबर्ग के बारे में कहा कि वह सिर्फ एक बच्ची हैं. मुझे उन लोगों पर तरस आता है जिन्होंने उनका नाम नोबेल पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया है. एक बच्चा जो टिकाऊ खेती-बाड़ी, पराली जलाने या जल संसाधन प्रबंधन को नहीं समझता है, उसे कैसे नामित किया जा सकता है. यह नागरिक समाज और विश्वसनीयता के लिए अच्छा नहीं है.
इससे पहले ग्रेटा थनबर्ग ने दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज FIR की खबरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा था की मैं अभी भी किसानों के साथ खड़ी हूं और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन का समर्थन करती हूं. नफरत, धमकी या मानवाधिकारों का उल्लंघन इसे बदल नहीं सकेगा. हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया है कि FIR टूलकिट बनाने वालों के खिलाफ दर्ज की गई है.