G-20: बाइडेन की ‘बीस्ट’ का फ्रिज क्यों है सुपरकार का सबसे धांसू फीचर, US राष्ट्रपति के लिए है पावरबैंक
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G-20: बाइडेन की ‘बीस्ट’ का फ्रिज क्यों है सुपरकार का सबसे धांसू फीचर, US राष्ट्रपति के लिए है पावरबैंक

G-20 New Delhi Summit: अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडेन की शुक्रवार शाम दिल्ली पहुंचने की संभावना है. वह शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे और शनिवार व रविवार को वह जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्रों में भाग लेंगे.

G-20: बाइडेन की ‘बीस्ट’ का फ्रिज क्यों है सुपरकार का सबसे धांसू फीचर, US राष्ट्रपति के लिए है पावरबैंक

Joe Biden Security: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन दिल्ली में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार शाम पहुंच रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति शुक्रवार शाम करीब सात बजे भारत पहुंचेंगे. आगमन पर वह सीधे प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए रवाना होंगे. राष्ट्रीय राजधानी की अपनी यात्रा के दौरान,  बाइडेन अपनी आधिकारिक कार 'द बीस्ट'  में ही यात्रा करेंगे. 

तीन स्तरीय सुरक्षा
जो बाइडेन के दिल्ली दौरे के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सबसे बाहरी परत में अर्धसैनिक बल के जवान होंगे, दूसरी परत में भारत के विशेष सुरक्षा समूह के कमांडो होंगे और सबसे भीतरी घेरे में यूएस सीक्रेट सर्विस एजेंट होंगे.

होटल में सख्त सुरक्षा व्यवस्था
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक बाइडेन और अन्य अमेरिकी प्रतिनिधि आईटीसी मौर्या शेरेटन होटल में रुकेंगे. होटल की सुरक्षा के मद्देनजर कर्मचारियों के बैकग्राउंड की जांच की जाएगी. बाइडेन होटल की जिस मंजिल पर रहेंगे वहां जाने वालों को विशेष एक्सेस कार्ड दिए जाएंगे. मंजिल तक पहुंचने के लिए विशेष लिफ्ट लगाई जाएगी. इस होटल के करीब 400 कमरे बुक हो चुके हैं.

'बीस्टक्या है?
'द बीस्ट' अमेरिकी राष्ट्रपति की आधिकारिक राजकीय कार है. इसे एक बड़े सैन्य परिवहन विमान बोइंग सी-17 ग्लोबमास्टर III में अमेरिका से भारत के लिए लाया जाएगा. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक इस कार में तमाम सुरक्षात्मक उपायों के सात-साथ एक छोटा फ्रिज भी होता है जिसमें राष्ट्रपति के ग्रुप वाला ब्लड रखा होता है.

कार में एल्यूमीनियम, सिरेमिक और स्टील से बने कवच हैं. बाहरी दीवारों की मोटाई आठ इंच (200 मिमी) है, खिड़कियां बहुस्तरीय और पांच इंच (130 मिमी) मोटी हैं,  और माना जाता है कि प्रत्येक दरवाजे का वजन बोइंग 757 के बराबर है - जो अपने हैंडल को विद्युतीकृत कर एंट्री को रोक सकता है.

दुनिया की सबसे मजबूत और सुरक्षित कही जाने वाली बुलेटप्रूफ कार हर वक्त यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस की निगरानी में रहती है.

कुछ मीडिया रिपोट्स में ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति बाइडेन के लिए एक नहीं बल्कि दो या तीन ‘बीस्ट’ भारत आएंगी. अगर किसी वजह से एक कार खराब होती है या कोई विषम परिस्थिति पैदा होती है तो दूसरी या तीसरी बीस्ट इस्तेमाल की जाएगी.

राष्ट्रपति का विमान
अमेरिकी राष्ट्रपति एयरफोर्स वन में सफर करते हैं. मीडिया रिपोट्स के मुताबिक जब तक यह प्लेन दिल्ली में रहेगा यह अलर्ट मोड पर होगा. इसके कॉकपिट में पायलट हर वक्त मौजूद रहेंगे. यह व्यवस्था इसलिए की जाती है कि इमरजेंसी की सूरत में राष्ट्रपति को तुरंत निकाला जा सका.

दिल्ली में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त
वायुसेना और भारतीय सेना के हेलीकॉप्टर दिल्ली पर नजर रखने के लिए लगातार आसमान में चक्कर लगाते रहेंगे. इन हेलीकॉप्टरों पर सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) कमांडो मौजूद रहेंगे.

कई जगहों पर एंटी ड्रोन सिस्टम लगाए जाएंगे. दिल्ली में ऊंची इमारतों पर एनएसजी और सेना के स्नाइपर्स तैनात किए जाएंगे.

दिल्ली पुलिस विभिन्न देशों की अग्रिम टीमों के साथ समन्वय कर रही है और उनकी सुरक्षा आवश्यकताओं और चिंताओं को ध्यान में रखा गया है.

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