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नई दिल्ली: दिल्ली मेट्रो की ग्रे लाइन पर शनिवार शाम 5 बजे से नजफगढ़ और ढांसा बस स्टैंड स्टेशन के बीच यात्रियों के लिए मेट्रो सेवाएं शुरू कर दी गई. इससे ढांसा बस स्टैंड और नजफगढ़ इलाके के गांवों और कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. इन स्टेशनों के बीच मेट्रो सेवा शुरू होने से अब लोग बहुत कम समय में दिल्ली की यात्रा कर सकते हैं.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) की इस ग्रे लाइन को नजफगढ़ से आगे के इस कॉरिडोर पर मेट्रो सेवाओं का उद्घाटन केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने किया. DMRC से मिली जानकारी के मुताबिक इस सेक्शन का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुआ. इस मौके पर केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर (Kaushal Kishore) और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत (Kailash Gahlot) भी मौजूद रहे.
महीने भर पहले होनी थी इस लाइन की शुरुआत
इस 891 मीटर लंबे नजफगढ़-ढांसा बस स्टैंड सेक्शन पर मेट्रो सेवाएं शुरू होने का इंतजार क्षेत्र के लोग काफी लंबे समय से कर रहे थे. दरअसल ढांसा बस स्टैंड और नजफगढ़ के बीच चल रहे एक सड़क निर्माण में देरी के कारण मेट्रो के प्रोजेक्ट के उद्घाटन में एक महीने की देरी हुई है. पहले इस सेक्शन का उद्घाटन 6 अगस्त को तय किया गया था, लेकिन स्टेशन तक संपर्क मार्ग न होने के कारण इसे दो दिन के लिए स्थगित कर दिया गया था. 20 मई को स्टेशन के निर्माण स्थल के पास बारिश के कारण सड़क के क्षतिग्रस्त होने की वजह से मेट्रो सेवाएं शुरू होने में भी देरी हुई. इसके दोबारा निर्माण में लगने वाले वक्त की वजह से सेवाओं की शुरुआत की तारीख बढ़ाई गई.
ढांसा बस स्टैंड स्टेशन पर एक भूमिगत एकीकृत पार्किंग सुविधा तैयार की गई है, ताकि यात्रियों को सहूलियत मिल सके. द्वारका-नजफगढ़-ढांसा बस स्टैंड कॉरिडोर पर यह पहला भूमिगत मेट्रो स्टेशन है. वाहनों की पार्किंग के लिए एक पूरी भूमिगत मंजिल तैयार की गई है.
द्वारका-नजफगढ़ कॉरिडोर पर मेट्रो सेवाओं की शुरुआत अक्टूबर 2019 में की गई थी. पहली बार नजफगढ़ के क्षेत्र को रैपिड ट्रांजिट नेटवर्क से जोड़ा गया था. शनिवार के कार्यक्रम के लिए ढांसा बस स्टैंड मेट्रो स्टेशन को आकर्षक कलाकृतियों और तस्वीरों से सजाया गया, जिसमें समृद्ध विरासत, संस्कृति, वनस्पतियों और जीवों को जीवंत रूप में पेश किया गया.