Botad Liquor Scandal: गुजरात में पिछले कई सालों से शराबबंदी की नीति लगानी है. इसके बावजूद वहां पर बड़ी घटना सामने आई है. वहां पर जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत हो गई है.
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Gujarat Poisonous Liquor Scandal: गुजरात (Gujarat) में बोटाद जिले (Botad) के रोजिद गांव में जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत हो गई है और 20 से ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती हैं. उनमें से कई लोगों की हालत ज्यादा गंभीर है. पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया है. गुजरात पुलिस के साथ ही अब गुजरात आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) और अहमदाबाद अपराध शाखा भी जांच में शामिल हो गयी हैं.
जहरीली शराब कांड में अब तक 18 लोगों की मौत
गुजरात (Gujarat) के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आशीष भाटिया ने बताया कि सुबह 2 लोगों की मौत हुई थी जबकि पांच अन्य की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. अधिकारियों ने सोमवार देर रात बताया कि 11 अन्य लोगों की अस्पतालों में मौत हो गई. भाटिया ने बताया था कि पुलिस ने बोटाद जिले से तीन शराब तस्करों को हिरासत में लिया है, जो कथित तौर पर अवैध देशी शराब बेचने में शामिल थे.
वहीं बोटाद के पुलिस अधीक्षक करनराज वाघेला ने सोमवार देर रात पत्रकारों से कहा कि इस मामले में दुर्घटनावश मौत का मामला दर्ज किया गया है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. वाघेला ने कहा, ‘अगर जरूरत पड़ी तो पुलिस हत्या का आरोप भी जोड़ेगी. गुजरात एटीएस के साथ ही अहमदाबाद अपराध शाखा भी दोषियों को पकड़ने के लिए हमारी जांच में शामिल हो गई हैं.’
दारू पीने के बाद बीमार पड़ने लगे लोग
इससे पहले, इलाज करा रहे एक पीड़ित की पत्नी ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार रात रोजिद गांव में शराब पीने के कुछ घंटे बाद ही उसके पति की हालत बिगड़ने लगी. वहीं, एक अन्य पीड़ित हिम्मतभाई, जो अब स्वस्थ हो रहा है, ने दावा किया कि रविवार की रात एक तस्कर से खरीदी गई शराब का सेवन करने के बाद कम से कम 15 लोग बीमार पड़ गए.
घटना के बाद भावनगर रेंज के आईजी अशोक कुमार यादव ने शाम को बोटाद सिविल अस्पताल का दौरा किया. उन्होंने बताया कि घटना की जांच करने के लिए डीएसपी लेवल के अधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को गुजरात में जहरीली शराब त्रासदी को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया.
'अवैध शराब की बिक्री का पैसा कहां जाता है'
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में जो लोग शराब बेच रहे हैं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि गुजरात में शराबबंदी के बाद भी भारी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती है. ये कौन लोग हैं जो शराब बेचते हैं? उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है. शराब की बिक्री से जो पैसे आते हैं, वे कहां जाते हैं. इसकी जांच की जरूरत है.’
वहीं कांग्रेस ने भी जहरीली शराब कांड सामने आने के बाद बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. अहमदाबाद जिले के धंधुका से कांग्रेस विधायक राजेश गोहिल ने कहा कि प्रदेश में शराबबंदी की नीति लागू है. फिर भी गुजरात में जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत हो गई. इससे पता चलता है कि गुजरात में असल सरकार किनकी चल रही है.
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