कोरोना महामारी के चलते संसद के तीन सत्रों की अवधि घटाई गई थी और पिछले साल पूरा शीतकालीन सत्र ही रद्द करना पड़ गया था. यही नहीं बीते साल मॉनसून सत्र भी सितंबर में शुरू हुआ था.
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नई दिल्ली: कोरोना की वजह से देशभर में सामाजिक और कारोबारी गतिविधियां सीमित हो गई हैं. लेकिन बीते कुछ दिनों से कोराना के घटते प्रकोप ने लोगों को राहत की सांस दी है. अब उम्मीद है कि संसद का मॉनसून सत्र भी अपने तय समय से शुरू किया जा सकता है. इसके लेकर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अहम जानकारी दी है.
प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बीच सरकार इस बात को लेकर आशान्वित है कि संसद का मॉनसून सत्र जुलाई में अपने सामान्य कार्यक्रम के अनुसार ही शुरू होगा. जब से यह महामारी शुरू हुई है तब से संसद के तीन सत्रों की अवधि घटाई गई है और पिछले साल पूरा शीतकालीन सत्र ही रद्द करना पड़ गया था.
पिछले साल मॉनसून सत्र सितंबर में शुरू हुआ था. आमतौर पर यह सत्र जुलाई में शुरू होता है. जोशी ने पीटीआई से कहा, ‘मैं आशान्वित हूं कि संसद सत्र जुलाई में शुरू होकर सामान्य कार्यक्रम के हिसाब से चलेगा.' सूत्रों ने बताया कि इस साल मॉनसून सत्र के आयोजन के तौर तरीकों पर अभी चर्चा चल रही है.
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सूत्रों के अनुसार संसद की समितियों की बैठक भी जून के तीसरे सप्ताह से शुरू होने की संभावना है. प्रशासन को जुलाई में यह सत्र आयोजित करने का पूरा विश्वास है क्योंकि ज्यादातर सांसदों, लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों के ज्यादातर कर्मियों समेत अन्य संबंधित पक्षों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक तक लग चुकी है.