Weather: नवंबर में टूटा 5 साल का रिकॉर्ड, दिसंबर में क्या होगा? मौसम विभाग ने बता दिया
आज का मौसम 30 नवंबर 2024: नवंबर का महीना खत्म होते होते मौसम के मामले में पांच साल का रिकॉर्ड टूट गया है. अब सर्दियों में क्या कुछ होगा इसे लेकर मौसम विभाग ने इशारा किया है. आइए जानते हैं देश के मौसम (Weather update today) का हाल.
Delhi NCR Weather: सर्दी, गर्मी या हो बरसात, दिल्ली का मौसम 'डॉन' बनकर सताता है. यहां का सही हाल बताने में अक्सर मौसम विभाग (IMD) के पसीने छूट जाते हैं. महज बीते 10 साल की बात करें तो डाटा एनलिसिसस करके जानकारी देने के अलावा मौसमी पूर्वानुमान अक्सर गलत साबित हुए हैं. मौसम कब और कौन सा मोड़ लेगा इसका पता लगाने में भी अक्सर गलती हो जाती है. 'मौसम' ने दिल्ली वालों को सैकड़ों बार गच्चा दिया है. नवंबर के आखिरी दिन ये पता चला कि सामान्य से अधिक गर्म महीनों की प्रवृत्ति के जारी रहने के साथ 2024 में नवंबर का महीना बीते 5 सालों में सबसे गर्म रहा, जिसमें दिन और रात का तापमान सबसे अधिक रहा.
मौसम बेईमान!
आज दिल्ली-एनसीआर के मौसम की बात करें तो आईएमडी (IMD) ने शनिवार को हल्का कोहरा छाए रहने तथा अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 26 डिग्री सेल्सियस और 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक, 2019 के बाद सबसे देरी से तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे गया है. 2019 में एक दिसंबर को तापमान 10 डिग्री से नीचे चलगया था.
कश्मीर में बर्फबारी का दौर जारी है. IMD के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में आज नये पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री हो सकती है. इसके चलते मौसम में बदलाव नजर आएगा. ये बदलाव अगले 96 घंटों तक रहेगा. खासकर ज्यादा उंचाई वाले इलाकों में ज्यादा बर्फबारी का अनुमान लगाया गया है. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बर्फबारी हो सकती है. नये पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई और कई राज्यों में मौसम में तगड़ा बदलाव दिखेगा.
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नवंबर माह का औसत न्यूनतम तापमान 14.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो दीर्घावधि औसत (LPA) 13 डिग्री सेल्सियस से करीब दो डिग्री सेल्सियस अधिक है. इसी प्रकार, औसत अधिकतम तापमान LPA से 1.1 डिग्री अधिक 29.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 2019 के बाद से सबसे गर्म नवंबर है.
नवंबर के आखिरी हफ्ते में गिरा पारा
न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट 25 नवंबर को शुरू हुई, जब यह 14 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया और ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाओं तथा रात में साफ आसमान के कारण इसमें लगातार गिरावट आई. मौसम विभाग के अनुसार 26 नवंबर को न्यूनतम तापमान 11.9 डिग्री सेल्सियस, 27 नवंबर को 10.4 डिग्री सेल्सियस तथा 28 नवंबर को 10.1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था, तथा शुक्रवार को इस मौसम में पहली बार तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया.
मौसम की स्थिति के बारे में आईएमडी अधिकारियों ने कहा कि मौजूदा ठंड नवंबर के अंत में सामान्य स्थिति है, लेकिन बारिश और बर्फबारी की कमी के कारण इस मौसम में कुल मिलाकर सामान्य से अधिक गर्मी बनी हुई है.
मौसम विभाग ने दिसंबर में कड़ाके की प्रचंड ठंड पड़ने का अनुमान जताया है.
अक्टूबर भी सामान्य से अधिक गर्म रहा. दिल्ली में 1951 के बाद से इस वर्ष सबसे गर्म अक्टूबर महीना दर्ज हुआ. जिसमें दिन और रात दोनों का तापमान औसतन सामान्य से दो डिग्री अधिक दर्ज हुआ. अक्टूबर में औसत मासिक अधिकतम और न्यूनतम तापमान 35.1 डिग्री और 21.2 डिग्री सेल्सियस था, जो 1951 में क्रमशः 36.2 डिग्री और 22.3 डिग्री सेल्सियस के बाद सबसे अधिक था.
दिल्ली की भौगोलिक स्थिति, पर्यावरण और मौसम
दिल्ली कई बार बसी और उजड़ी, लंबा इतिहास है इस शहर का. मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक सब जलवायु परिवर्तन यानी 'मौसम' से परेशान रहे. पश्चिमी यूपी में कुछ जगह भू-जल खारा था. किसी बादशाह को यमुना का पानी नहीं पसंद था इसलिए वो पीने के लिए गंगा का वाटर मंगवाता था. जमाना बदला तो फिल्टर पानी का जुगाड़ हो गया पर हवा 'जहरीली' हो गई. भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि मौसम को लेकर दिल्लीवाले परेशान ही रहते हैं. गर्मी में पारा 48 डिग्री तक चला जाता है. जाड़े में भयानक ठंड पड़ती है तो मॉनसून में राजधानी पानी-पानी हो जाती है.