भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr Harshvardhan) ने जनवरी तक पहला शॉट मिलने की उम्मीद जताई है. उनका कहना है कि वैक्सीन (Corona Vaccine) आने पर सबसे पहले 30 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रार्थमिकता दी जाएगी.
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नई दिल्ली: दुनिया के कई देशों में कोरोना की वैक्सीन (Corona Vaccine) का इस्तेमाल शुरू हो चुका है. भारत को अब भी कोरोना वैक्सीन का इंतजार है. इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन (Dr Harshvardhan) ने जनवरी तक भारत में वैक्सीन मिलने की उम्मीद जताई है.
भारत में वैक्सीन (Corona Vaccine) पर चल रहे ट्रायल पर डॉ हर्षवर्धन (Dr Harshvardhan) ने बताया है कि सारी चीजों को देखा जाए तो हम बेहतर हालात में हैं. वैक्सीन्स पर पूरी दुनिया में 300 के करीब ट्रायल चल रहे हैं. भारत में वैक्सीन की रिसर्च और डेवलपमेंट का स्तर किसी देश से नीचे नहीं है. वैक्सीन (Corona Vaccine) के मामले में भारत सेफ्टी को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा. मुझे लगता है कि 2021 की जनवरी तक भारत के लोगों को वैक्सीन का शॉट मिल सकता है.
कोरोना की वैक्सीन से पहले डॉ हर्षवर्धन ने पोलियो वैक्सीन की सफलता का उदहारण दिया. उन्होंने कहा, 'हमने सफलता पूर्वक लाखों बच्चों को एक दिन में पोलियो का टीका दिया ,हम पोलियो फ्री हुए. हम दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन प्रोग्राम चलाते हैं ,हमारी योग्यता और क्षमता में किसी तरह की कमी नहीं है.'
लोगों तक वैक्सीन (Corona Vaccine) पहुंचाने की तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि हमने निचले स्तर तक लोगों को तैयार किया है. इसके लिए जो ऐप तैयार की गई है उसमें कई तरह के अपडेट पर भी हम काम कर चुके हैं. हमारे पास वैक्सीन स्टोर करने के लिए 28 से 29 हजार कोल्ड चेन के पॉइंट्स हैं. इसके अलावा वैक्सीनेशन सेंटर्स पर वैक्सीन देने वाली टीम के साथ इमरजेंसी केस को हैंडल करने के लिए बहुत डिटेल में काम किया जा रहा है. डॉ हर्षवर्धन (Dr Harshvardhan) ने ये भी बताया कि खुद आदरणीय प्रधान मंत्री हमसे बात करते हैं और हमें मार्गदर्शन देते हैं.
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कोराना वैक्सीन सबके लिए लगवाना जरूरी होगा या नहीं इस पर डॉ हर्षवर्धन (Dr Harshvardhan) का कहना है कि अगर वैक्सीन (Corona Vaccine) कम है और जनसंख्या ज्यादा है तो हमें प्रार्थमिकता देनी होगी. सबसे पहले 30 करोड़ हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्रार्थमिकता दी जाएगी. उसके बाद आती है 50 साल से ऊपर की 26 करोड़ जनसंख्या. जो लोग 50 साल से कम उम्र के हैं और गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, उनको भी पहले वैक्सीन दी जाएगी. वैक्सीन लगवाने के लिए किसी को फोर्स नहीं किया जा सकता है. ये लोगों पर निर्भर करता है कि वो वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाना चाहते हैं या नहीं. हम सिर्फ लोगों को वैक्सीन के बारे में शिक्षा और मार्गदर्शन देंगे. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोविड कवच योजना में 900 करोड़ रुपये अलॉट किए गए हैं.
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