Corona की भेंट चढ़ा भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन, नई तारीख का जल्द हो सकता है ऐलान
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Corona की भेंट चढ़ा भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन, नई तारीख का जल्द हो सकता है ऐलान

भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव (Nikolay Kudashev) ने कहा कि रूस और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी COVID -19 के बावजूद अच्छी प्रगति कर रही है. दोनों देश शिखर सम्मेलन की नई तारीख पर चर्चा कर रहे हैं और जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा.

 

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना महामारी के चलते भारत और रूस (India-Russia) के बीच होने वाला वार्षिक शिखर सम्मेलन रद्द कर दिया गया है. दोनों देशों की सहमति के बाद सम्मेलन को रद्द करने का फैसला लिया गया है. लगभग दो दशक में यह पहला मौका है जब शिखर सम्मेलन का आयोजन नहीं किया जा रहा है. भारत ने बुधवार को एक बयान जारी करके कहा कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इस साल सम्मेलन आयोजित नहीं करने का फैसला लिया गया है. 

  1. दोनों देशों के रिश्तों में आई है मजबूती
  2. मनमोहन काल में खराब हुए थे संबंध
  3. भारत का प्रमुख सहयोगी है रूस

पिछले साल Russia में हुआ था आयोजन

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव (Anurag Srivastava) ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए भारत-रूस की सरकारों के बीच आपसी सहमति के बाद वार्षिक शिखर सम्मेलन (India-Russia Annual Summit) को रद्द करने का फैसला लिया गया है. पिछले साल शिखर सम्मेलन रूस के सुदूर पूर्वी शहर व्लादिवोस्तोक में हुआ था. जबकि 2018 में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इसका हिस्सा बनने के लिए भारत आए थे.

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‘मजबूत हो रही है रणनीतिक साझेदारी’
इस बीच, भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव (Nikolay Kudashev) ने कहा कि रूस और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी COVID -19 के बावजूद अच्छी प्रगति कर रही है. उन्होंने शिखर सम्मेलन के बारे में बोलते हुए कहा कि दोनों देश सम्मेलन की नई तारीख पर चर्चा कर रहे हैं और जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा. रूसी राजदूत ने आगे कहा कि भारत और रूस अपने रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में काम करते रहेंगे. जहां तक सम्मेलन का सवाल है, तो जल्द ही यह आयोजित किया जाएगा.

Modi काल में सुधरे हैं रिश्ते 
विपक्ष भले ही कुछ भी कहे, लेकिन भारत-रूस के रिश्तों में मोदी सरकार (Modi Government) के कार्यकाल में गर्माहट लौटी है. PM मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस साल 4 बार एक दूसरे से बात की है. शंघाई सहयोग संगठन की बैठकों के लिए भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सितंबर में मास्को की यात्रा की थी. इसके अलावा, राजनाथ सिंह विक्ट्री डे परेड के लिए भी रूस गए थे.

कई प्रमुख सम्मेलन Virtual हुए

कोरोना महामारी के कारण अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर काफी असर पड़ा है. इस साल, पहली बार वार्षिक संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक और G20, ब्रिक्स और SCO जैसे अन्य प्रमुख शिखर सम्मेलन वर्चुअल ही आयोजित कराने पड़े थे. भारतीय प्रधानमंत्री की अंतिम विदेश यात्रा पिछले साल नवंबर में हुई थी, उसके बाद से COVID महामारी के चलते PM मोदी किसी भी विदेश यात्रा पर नहीं गए हैं.

 

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