आभासी दुनिया में भारत की पहली शादी, क्या Technology कम्पनियों से दुनिया को खतरा?
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आभासी दुनिया में भारत की पहली शादी, क्या Technology कम्पनियों से दुनिया को खतरा?

ये इंटरनेट की दुनिया में एक क्रान्तिकारी बदलाव है, जो असली दुनिया को एक ऐसी आभासी दुनिया में ले जाएगा. जहां जीवन और मृत्यु के बीच भी अंतर नहीं रहेगा.

आभासी दुनिया में भारत की पहली शादी, क्या Technology कम्पनियों से दुनिया को खतरा?

नई दिल्लीः क्या आपको Metaverse की आभासी दुनिया में भारत की पहली शादी के बारे में पता है. इस शादी की दिलचस्प बात ये है कि इस शादी में लड़की के दिवंगत पिता भी वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए मौजूद रहेंगे. तमिल नाडु के एक जोड़े ने 6 फरवरी को भारत की पहली Metaverse शादी करने का ऐलान किया है, जिसमें लड़की के दिवंगत पिता, वर-वधू को आशीर्वाद देने के लिए वर्चुअल दुनिया में उपस्थित रहेंगे. यानी Virtual Reality की मदद से इस शादी में ऐसे लोग शामिल हो सकेंगे, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. ये इंटरनेट की दुनिया में एक क्रान्तिकारी बदलाव है, जो असली दुनिया को एक ऐसी आभासी दुनिया में ले जाएगा. जहां जीवन और मृत्यु के बीच भी अंतर नहीं रहेगा.

  1. असली दुनिया के समानांतर आभासी दुनिया
  2. रियल वर्ल्ड से वर्चुअल वर्ल्ड में
  3. जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की

इस Technology में आख़िर होता क्या है?

ये सब कुछ Metaverse Technology की मदद से मुमकिन होगा. वैसे तो इसकी पूरी प्रक्रिया काफ़ी जटिल है. लेकिन हम आपको सरल भाषा में समझाते हैं कि इस Technology में आख़िर होता क्या है? इसे आप इंटरनेट का भविष्य या इंटरनेट का वर्जन 2.O भी कह सकते हैं. सोचिए, अभी इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए आपको क्या अनुभव होता है. आप इंटरनेट की मदद से Web Pages पर जाते हैं. और Audio-Video Content और Information को देख, सुन और पढ़ पाते हैं. लेकिन Metaverse Technology आपको Advanced Stage में ले जाएगी. इसमें आप किसी चीज़, व्यक्ति या स्थान को ना सिर्फ़ देख, सुन और पढ़ पाएंगे, बल्कि उसे छूकर महसूस भी कर पाएंगे. जैसा कि 6 फरवरी को देश की इस पहली Metaverse शादी में होगा.

ये वर्चुअल वर्ल्ड कैसे बनाया जाएगा?

हालांकि आपके मन में सवाल होगा कि ये वर्चुअल वर्ल्ड कैसे बनाया जाएगा? तो इसके लिए अलग-अलग कम्पनियां अभी काम कर रही हैं. उदाहरण के लिए, इस शादी के लिए भी एक वर्चुअल वर्ल्ड बनाया गया है, जिसमें शादी हॉग-वॉर्ट्स School में होगी. ये एक काल्पनिक स्कूल है, जिसे आपने Hollywood की मशहूर फिल्म Harry Potter में भी देखा होगा. वर्चुअल वर्ल्ड बनाने के बाद.. दुल्हन के दिवंगत पिता का एक वर्चुअल किरदार बनाया जाएगा. इसके अलावा वर-वधू, उनके दोस्त और रिश्तेदारों के भी 3D वर्चुअल अवतार बनाए जाएंगे, जो शादी में शामिल होंगे.

रियल वर्ल्ड से वर्चुअल वर्ल्ड में

हालांकि रियल वर्ल्ड से वर्चुअल वर्ल्ड में जाने के लिए हर व्यक्ति को आंखों पर VR headset और हाथ में खास तरह के Gloves पहनने होंगे. आंखों पर VR headset लगाते ही ये दूल्हा-दुल्हन वर्चुअल वर्ल्ड में प्रवेश कर जाएंगे. और अपने दिवंगत पिता का आशीर्वाद ले सकेंगे. अगर आपको अब भी ये Technology जटिल लग रही है, तो आप वर्ष 2020 के दक्षिण कोरिया के वीडियो को देख सकते हैं. इसमें इस Technology की मदद से एक महिला की मुलाकात उसकी 7 साल की दिवंगत बेटी से कराई गई थी, जिसकी चार साल पहले वर्ष 2016 में बीमारी की वजह से मृत्यु हो गई थी. तब इस महिला ने वर्चुअल वर्ल्ड में प्रवेश करके अपनी बेटी के वर्चुअल अवतार को छूकर महसूस किया था. और उससे बात भी की थी.

जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की

इस Technology की मदद से इंसान वो सबकुछ कर सकता है, जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जाती थी. इससे उन लोगों को आभासी दुनिया में जीवित किया जा सकता है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है. इसके अलावा मान लीजिए, आप अपनी आंखों पर VR Headset लगाकर वर्चुअल वर्ल्ड में किसी सड़क किनारे टहल रहे हैं और इस दौरान एक दुकान पर आपको कुछ कपड़े पसन्द आ जाते हैं. तो आप डिजिटल करेंसी से उन कपड़ों को ख़रीद सकते हैं. उन्हें छूकर महसूस कर सकते हैं. और जब आप असली दुनिया में आएंगे तो ये कपड़े आपको डिलीवर भी हो जाएंगे. इसके अलावा ऑफिस की ऑनलाइन मीटिंग और स्कूल की Online Classes का भी वर्चुअल अनुभव लिया जा सकेगा.

इस Technology का बड़ा फायदा

हालांकि इस Technology का इससे भी बड़ा फायदा ये है कि इसका इस्तेमाल बच्चों को देश का इतिहास बताने के लिए किया जा सकता है. आज कोई बच्चा शहीद भगत सिंह या नेताजी सुभाष चंद्र बोस के मुख से उनकी वीरगाथा सुनना चाहता है, तो इस आभासी दुनिया में ये मुमकिन होगा. यानी ये तकनीक देश के लिए काफ़ी उपयोगी हो सकती है. और सम्भव है कि भविष्य में गणतंत्र दिवस समारोह में इस तकनीक का इस्तेमाल हो सके. और सरकारें, मुख्य अतिथि के तौर पर किसी देश के राष्ट्र अध्यक्ष की जगह, संविधान निर्माता डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर को ही समारोह में शामिल करा पाएं. क्योंकि वर्चुअल वर्ल्ड में उनका अवतार ऐसा आसानी से कर पाएगा.

कंट्रोल कुछ ही Technology कंपनियों के हाथों में

Metaverse की आभासी दुनिया का रिमोट कंट्रोल इस समय कुछ ही Technology कंपनियों के हाथों में हैं. इनमें Facebook, Apple, Google, Microsoft और Epic Games जैसी कम्पनियां प्रमुख हैं. और अनुमान है कि वर्ष 2035 तक Metaverse Industry 75 लाख करोड़ रुपए की इंडस्ट्री हो सकती है. हालांकि, जिस तरह से किसी भी Technology के अनेकों फायदे होते हैं, ठीक उसी तरह उसके नुकसान भी होते हैं. और इस Technology का नुकसान ये है कि भविष्य में दुनिया की बड़ी-बड़ी Technology कम्पनी, पूरी दुनिया पर हावी हो जाएंगी. क्योंकि वो अपनी एक ऐसी वर्चुअल दुनिया बना लेंगी, जिसमें उनकी करेंसी चलेगी, उनके शहर होंगे, उनके देश होंगे और इन देशों को चलाने के नियम भी उन्हीं के हिसाब से होंगे.

जब इंटरनेट अपने शुरुआती चरण में था

आज से 30 वर्ष पहले.. 1992 में जब इंटरनेट अपने शुरुआती चरण में था, तब अमेरिका के मशहूर Science Fiction Writer.. नील स्टीफनसन ने पहली बार Metaverse शब्द का इस्तेमाल किया था. Metaverse दो शब्दों Meta और Verse से मिल कर बना है. Meta ग्रीक भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है, पार. जैसे किसी चीज़ के पार चले जाना. और Verse शब्द Universe से आया है, जिसका अर्थ है ब्रह्नांड. यानी Metaverse का अर्थ हुआ, जिस Universe को हम जानते हैं, उससे आगे का Universe .

और आज ऐसा ही हो रहा है...

नील स्टीफनसन ने अपनी एक पुस्तक में ना सिर्फ़ Metaverse के भविष्य को देख लिया था. बल्कि उन्होंने ये भी भविष्यवाणी कर दी थी कि.. एक समय ऐसा आएगा, जब ये असली दुनिया.. Technology कम्पनियों के हिसाब से नियंत्रित होने लगेगी. और आज ऐसा ही हो रहा है. आज Metaverse Technology की मदद से वर्चुअल वर्ल्ड में जो शहर बसाए जा रहे हैं, वहां ज़मीनों की बिक्री शुरू हो गई है. यानी ये कम्पनियां वर्चुअल ज़मीन बेच रही हैं. और असली दुनिया की तरह यहां भी Beach Facing Apartments या Market के नज़दीक वाला घर काफ़ी महंगा है.

अब वर्चुअल वर्ल्ड में Casino

उदाहरण के लिए, मान लीजिए, भविष्य में आपका मन करता है कि आप इस तकनीक की मदद से गोवा के किसी इलाक़े के Casino में जाना चाहते हैं. अब वर्चुअल वर्ल्ड में वो Casino जिस जगह पर होगा, उस जगह को किसी ने पहले ख़रीदा होगा. उस पर वर्चुअल Casino बनाया होगा. और इसके बाद आप वहां जा पाएंगे. यानी अब वर्चुअल तरीक़े से ज़मीनें भी बिक रही हैं. जैसे.. Caribbean देश, Barbados ने एक कम्पनी को वर्चुअल वर्ल्ड में अपनी Embassy बनाने का काम सौंपा है. और इसके लिए बाकायदा Barbados द्वारा Embassy के लिए ज़मीन खरीदी गई है.

असली दुनिया के समानांतर एक आभासी दुनिया

इससे आप ये समझ सकते हैं कि असली दुनिया के समानांतर अगर एक आभासी दुनिया बन गई तो ये मुट्ठीभर Technology कम्पनियां कितनी मजबूत हो जाएंगी. इसके अलावा वर्चुअल वर्ल्ड में सबकुछ Artificial Intelligence पर निर्भर होगा, जो ख़तरनाक बात है. उदाहरण के लिए पिछले दिनों अमेरिका में एक लड़की अपनी आंखों पर VR Headset लगा कर वर्चुअल वर्ल्ड में घूम रही थी, लेकिन इस दौरान इस आभासी दुनिया में एक लड़का उसके साथ बदसलूकी करने लगता है और जब ये लड़की उसे रोकती है, तो वो लड़का कहता है कि ये Metaverse की दुनिया है, यहां कुछ भी हो सकता है. इसे वर्चुअल वर्ल्ड की पहली आपराधिक घटना भी माना जा रहा है.

आभासी दुनिया में ऐसा कर पाना मुश्किल

यानी आप असली दुनिया में तो ये घटनाएं रोक सकते हैं, लेकिन आभासी दुनिया में ऐसा कर पाना लगभग मुश्किल होगा. इसलिए अगर इंसानों ने इस Technology का सोच समझ कर इस्तेमाल नहीं किया तो इस दुनिया का हमारी असली दुनिया पर बहुत ख़तरनाक प्रभाव देखने को मिल सकता है. 

भारत की पहली Metaverse शादी

भारत की पहली Metaverse शादी, हॉग-वॉर्ट्स School में होगी. हमने आपको बताया था कि ये काल्पनिक स्कूल, Hollywood की फिल्म Harry Potter में था. इस फिल्म की Marketing Hollywood की प्रोडक्शन कम्पनी Warner Brothers ने की थी. लेकिन इस फिल्म की शूटिंग United Kingdom में हुई थी और इसकी Cast भी UK से ही थी. इसलिए इसे UK फिल्म भी माना जाता है.

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