सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने बताया कि इस वैक्सीन के 100 करोड़ डोज बनाए जाएंगे, जिसमें से 50 करोड़ भारत के लिए रहेंगे.
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नई दिल्ली: पिछले 9 महीने से कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जारी लड़ाई के बाद अगर आप भी बेसब्री से कोविड-19 वैक्सीन (Corona Vaccine) का इंतजार रहे हैं तो आपके लिए खुशखबरी है. अगले महीने तक Covid-19 वैक्सीन के 10 करोड़ डोज तैयार होकर भारत आ जाएंगे.
दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन उत्पादक कंपनी पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया इस प्रोजेक्ट में ब्रिटेन की Oxford University की पार्टनर है. और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) के साथ मिलकर इस वैक्सीन को डेवलप कर रही है.
वैक्सीन के 100 करोड़ डोज बनाएगी कंपनी
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने बताया कि इस वैक्सीन के 100 करोड़ डोज बनाए जाएंगे, जिसमें से 50 करोड़ भारत के लिए रहेंगे. इसका शुरुआती उत्पादन भारत के लिए होगा और अगले साल की शुरुआत में इसे अन्य दक्षिण एशियाई देशों को भेजा जाएगा. उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अन्य 50 करोड़ डोज अन्य दक्षिण एशियाई देशों के लिए तैयार किए जाएंगे. नई दिल्ली और Covax के बीच हुए अनुबंध के आधार पर ऐसा होगा.
कितनी महंगी होगी वैक्सीन?
आपको बता दें कि WHO की सहायता से Covax गरीब देशों के लिए वैक्सीन खरीद रहा है. इस समय 4 करोड़ डोज तैयार हो चुके हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यदि इस वैक्सीन के अंतिम चरण के ट्रायल में कोरोना वायरस से बचाव के अच्छे परिणाम मिले तो सीरम इंस्टीट्यूट को केंद्र सरकार से इमरजेंसी लाइसेंस मिल सकता है. अदार पूनावाला ने आगे बताया कि कंपनी इसकी कीमत आम लोगों की पहुंच तक ही रहेगी. इसके लिए सरकार से बात चल रही है. वैक्सीन को लेकर कोई सुरक्षा चिंता नहीं है, लेकिन इसके दूरगामी परिणामों के बारे में पता 2-3 साल बाद ही चलेगा.
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