Jammu Kashmir Election: क्या कश्मीर में महबूबा की PDP से फिर हाथ मिलाएगी BJP? अमित शाह ने जवाब से चौंकाया
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Jammu Kashmir Election: क्या कश्मीर में महबूबा की PDP से फिर हाथ मिलाएगी BJP? अमित शाह ने जवाब से चौंकाया

Jammu Kashmir Election News: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. तारीखों की भी घोषणा हो चुकी है. इस बीच एक बार फिर भाजपा और पीडीपी के गठबंधन की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है.

Jammu Kashmir Election: क्या कश्मीर में महबूबा की PDP से फिर हाथ मिलाएगी BJP? अमित शाह ने जवाब से चौंकाया

Jammu Kashmir Election News: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है. तारीखों की भी घोषणा हो चुकी है. इस बीच एक बार फिर भाजपा और पीडीपी के गठबंधन की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है. इस बारे में जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि ना हमने ऐसी कोई बात की है और न ही उन्होंने की है. 

अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर में कभी भी बहाल नहीं किया जाएगा

इसके साथ ही अमित शाह ने यह भी कहा कि संविधान का अनुच्छेद 370 जम्मू-कश्मीर में कभी भी बहाल नहीं किया जाएगा. शाह की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीडीपी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अपने घोषणापत्रों में वादा किया है कि वे इस विवादास्पद प्रावधान को बहाल करने के लिए काम करेंगी.

अनुच्छेद 370 का अब जम्मू और कश्मीर में कोई स्थान नहीं

जब शाह से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 का अब जम्मू और कश्मीर में कोई स्थान नहीं है और न ही कभी होगा. इसे कभी बहाल नहीं किया जाएगा. याद दिला दें कि अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त 2019 को नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया था. पूर्ववर्ती राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था.

पीडीपी का चुनावी घोषणापत्र

इससे पहले पीडीपी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में वादा किया कि वह जम्मू-कश्मीर को "मूल स्थिति" में बहाल करने की कोशिश करेगी. इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वास बहाली के उपायों (CBMs) और क्षेत्रीय सहयोग की वकालत करेगी. पीडीपी अनुच्छेद 370 और 35A की अवैध और असंवैधानिक समाप्ति का विरोध करती है और जम्मू-कश्मीर को उसकी मूल स्थिति में बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है. ताकि यहां के लोगों की आवाज सुनी जा सके और उनके अधिकार सुरक्षित रहें. पीडीपी के घोषणापत्र में कहा गया कि 2019 में अनुच्छेद 370 और 35A की "असंवैधानिक और अवैध रद्दीकरण" ने कश्मीर मुद्दे को और जटिल बना दिया है. जिससे क्षेत्र के लोगों में अलगाव की भावना और गहरी हो गई है.

शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर साधा निशाना

इससे पहले शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस के गठबंधन की आलोचना की और आरोप लगाया कि कांग्रेस सत्ता की लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा को खतरे में डाल रही है. शाह ने कहा, "कांग्रेस ने अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके एक बार फिर अपने छिपे हुए इरादों को उजागर किया है."

जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान

जम्मू-कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरण के तहत चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होगा. नतीजे चार अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

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