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नई दिल्ली: गुरु पर्व के मौके पर केंद्र की नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सरकार ने श्रद्धालुओं को बड़ा तोहफा दिया है. कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से बंद चल रहे करतारपुर साहिब कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को बुधवार से फिर से खोल दिया गया. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद भारतीय श्रद्धालु फिर से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शन कर सकेंगे.
कॉरिडोर खुलने के बाद गुरु नानक देव (Guru Nanak Dev) के जयंती समारोह के लिए अमृतसर से सिख तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को रवाना करने की तैयारियां की जा रही हैं. तीर्थयात्री इस शुरुआत से बेहद उत्साहित हैं उनका कहना है कि करतारपुर जाने के लिए सभी बहुत खुश हैं. इस मौके पर वहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा, 'हम सरकार का शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने इसे फिर से खोल दिया है.'
यदि आप या आपके कोई परिचित यहां जाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो कुछ नियमों का पालन करने के साथ ही आपको रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के बारे में जानकारी होनी चाहिए. आइए जानते हैं क्या हैं दर्शन करने के नियम और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया?
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा में मत्था टेकने के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना जरूरी है. केवल भारतीय पासपोर्ट धारक और ओसीआई धारक को ही करतारपुर जाने की अनुमति है. दर्शन की लिए केंद्र सरकार की तरफ से एक फॉर्म जारी किया गया है. इसे ऑनलाइन भरा जा सकता है.
सरकार की तरफ से केवल ऐसे श्रद्धालुओं को जाने की इजाजत दी जा रही है जिन्हें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लग चुकी हैं. पवित्र गुफा के दर्शन करने वालों को अपने साथ आरटीपीसीआर रिपोर्ट ले जानी होगी. यह रिपोर्ट 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए.
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पाक सीमा में पहुंचने के बाद श्रद्धालु का एक बार फिर से एंटीजन टेस्ट किया जाएगा. दोनों देशों की सरकार कोरोना पर किसी भी तरह का खतरा मोल लेना नहीं चाहती. करतारपुर जाने वाली यात्री को उसी दिन शाम में वापसी करनी होगी.
करतारपुर कॉरिडोर के लिए श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. 18 नवंबर की सुबह 250 तीर्थयात्रियों का एक जत्था करतारपुर गुरुद्वारे में जा सकता है. दर्शन करने के लिए एक श्रद्धालु को 20 अमेरिकी डॉलर (करीब 1500 रुपये) का भुगतान करना होगा.
- सबसे पहले prakashpurb550.mha.gov.in पर जाएं.
- यहां आपको 'ऑनलाइन आवेदन करें' पर क्लिक करना होगा.
- अब अपनी राष्ट्रीयता और यात्रा की तारीख चुनें.
- प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए Continue पर क्लिक करें.
- यहां आपको वो तारीख दिखाई देंगी जहां स्लॉट उपलब्ध है.
- अपनी सुविधानुसार उस तारीख को सिलेक्ट करें, जिस दिन आप दर्शन करना चाहते हैं.
- पंजीकरण फॉर्म का Part A स्क्रीन पर दिखाई देगा. इसे भरकर 'Save & Continue' पर क्लिक करें.
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिख समुदाय के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में शामिल है. यह सिखों के पहले गुरु, गुरु नानकदेव जी का निवास स्थान था. यहां पर गुरु नानकदेव जी ने 17 साल का समय बिताया था. जीवन के अंतिम समय में वह यहां पर ही समा गए थे. बाद में उनकी बाद में इसी स्थान पर गुरुद्वारा बनाया गया. यह गुरुद्वारा भारतीय सीमा ने लगभग चार किमी दूर है.