Lok Sabha Election 2024: आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर देश की सभी राजनीतिक पार्टियां मैदान में उतर चुकी है. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीत की हैट्रिक को रोकने के लिए विपक्षी दलों ने अभी से रणनीति बनाना शुरु कर दिया है. इसी रणनीति के तहत 12 जून को पटना में कई विपक्षी दलों की एक बैठक होने वाली है.
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Lok Sabha Election 2024: देश की सभी राजनीतिक पार्टियां साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों में जुट गई हैं. जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (BJP) जीत का हैट्रिक लगाना चाहेगी, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल प्रधानमंत्री मोदी के विजय रथ को रोकने पर पूरा जोर देंगे. भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव में परास्त करने के लिए विपक्षी दल लामबंद हो रहे हैं. इसके अलावा कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड ने अन्य पार्टियों को एक साथ आने के लिए आह्वान किया है.
12 जून को होगी बैठक
राजनीति के विशेषज्ञों द्वारा कहा जाता है कि केंद्र का रास्ता लखनऊ और पटना से होकर गुजरता है यानी उत्तर प्रदेश और बिहार में जो पार्टी बहुमत हासिल करती है. ऐसी संभावना जताई जाती है कि केंद्र में उसकी सत्ता वापस आएगी. भाजपा को वापस से सत्ता हासिल करने के लिए विपक्षी दल रणनीति तैयार कर रहे हैं जिसके तहत 12 जून को पटना में कई राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई गई है.
#WATCH 12 जून को नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विपक्षी दलों की एक मजबूत बैठक होगी जिससे पूरे देश में एक संदेश जाएगा। बिहार से ही देश में परिवर्तन की शुरुआत होगी: जदयू नेता मंजीत सिंह, पटना pic.twitter.com/ljqSSjMBmy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 28, 2023
सीएम नीतीश कुमार का होगा नेतृत्व
आपको बता दें कि बीते सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व सांसद राहुल गांधी से मुलाकात हुई थी. इस मुलाकात के बाद जल्द ही सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की तैयारी है. इसी बात को ध्यान में रखकर 12 जून की बैठक का निर्णय लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस बैठक का नेतृत्व खुद सीएम नीतीश कुमार करेंगे.
तेजी से चल रहा अभियान
नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों के नेताओं को अपने खेमे में लेने के लिए अभियान तेज कर दिया है. 22 मई के दिन नीतीश कुमार ने कांग्रेस के बड़े नेता केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी जिसमें जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार में मंत्री संजय झा भी शामिल थे. इससे पहले कर्नाटक चुनाव के बाद शपथ ग्रहण समारोह भी 18 दलों के नेता एक साथ मंच पर दिखाई दिए थे.