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श्रीनगर: कश्मीर घाटी (Kashmir) को देश की गोल्फ (Golf) राजधानी माना जाता है. वहां पर कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के गोल्फ कोर्स हैं. इतिहास में पहली बार सरकारी स्कूल के बच्चों और गोल्फ प्रेमियों के लिए एक गोल्फ अकादमी खोली गई है.
बताते चलें कि अतीत में कश्मीर घाटी (Kashmir) कई प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय गोल्फ (Golf) टूर्नामेंटों की मेजबानी कर चुकी है. लेकिन कभी भी कश्मीर का एक मध्यम वर्ग का खिलाड़ी इस खेल में शामिल नहीं हो पाया. यहां तक कि गोल्फ कोर्स में प्रवेश करना भी अतीत में एक आम कश्मीरी के लिए दूर का सपना था.
अब जम्मू कश्मीर में चीजें बदल गई हैं. सरकार ने शाही कहे जाने वाले इस खेल को कश्मीर के एक आम मध्यम वर्ग के व्यक्ति तक पहुंचा दिया है. युवा कश्मीरी गोल्फरों के पहले बैच को कश्मीर गोल्फ (Golf) कोर्स में 15 दिनों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. पहले 15 दिनों के प्रशिक्षण में श्रीनगर के विभिन्न सरकारी स्कूलों के कुल 50 छात्र प्रशिक्षण लेंगे, जिनमें 25 लड़कियां और 25 लड़के हैं.
प्रतिभागी खिलाड़ी सरकार की इस पहल से उत्साहित और खुश हैं. पहले वे केवल ये जानते थे कि यह खेल केवल अमीर लोगों के लिए है लेकिन अब वे भी गोल्फ (Golf) स्टिक से जमकर शॉट लगा रहे हैं. कैंप में शामिल खिलाड़ी रेहाना कहती हैं, 'हमने कभी नहीं सोचा था कि हम भी यह खेल खेलेंगे. हमारे स्कूल में सभी खेल थे लेकिन गोल्फ नहीं था क्योंकि हम अमीर परिवारों से नहीं हैं. हम सरकार का शुक्रिया करते हैं कि उसने हमें यह अवसर प्रदान किया.'
देश के सबसे पुराने गोल्फ क्लबों में से एक 'कश्मीर गोल्फ क्लब' (Kashmir Golf Club) इन छात्रों को फ्री में यह ट्रेनिंग दे रहा है. इन नवोदित खिलाड़ियों को उपकरण से लेकर जलपान तक सब कुछ फ्री दिया जा रहा है. उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए फुल टाइम कोच तैनात हैं. इस पहले बैच के प्रशिक्षण में मदद के लिए देश के मशहूर प्रशिक्षक भी आएंगे.
गोल्फ डेवलपमेंट अथॉरिटी के एमडी जावेद बख्शी ने कहा कि यह पहल एलजी मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) की ओर से की गई है. हमें उम्मीद है कि इस बैच से देश को राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी देखने को मिलेंगे. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर खेल प्रतिभाओं का एक पावरहाउस है और प्रशासन उभरते खिलाड़ियों को सही मंच प्रदान करने के लिए काम कर रहा है.
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सूत्रों के मुताबिक इस साल अकेले जम्मू कश्मीर में कम से कम 17 राष्ट्रीय स्तर के खेल आयोजन होंगे, जिसमें स्थानीय युवाओं को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा. जम्मू-कश्मीर में इस साल 17 लाख से ज्यादा बच्चे विभिन्न खेलों में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जम्मू-कश्मीर की खेल गतिविधियों में रुचि रही है. उन्होंने पीएमडीपी (प्रधानमंत्री विकास पैकेज) के तहत जम्मू-कश्मीर में खेल के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने 200 करोड़ रूपये दिए हैं.
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