गेहूं, यूरिया के बाद अब पीएम किसान सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा, कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा
Advertisement

गेहूं, यूरिया के बाद अब पीएम किसान सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा, कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

इस घोटाले के सामने आने के बाद सवाल यह उठता है कि इतना बड़ा फर्जीवाड़ा बिना पटवारी और तहसीलदार के कैसे हो गया? हालांकि अब इस घोटाले पर कोई साफ साफ बोलने को तैयार नहीं है.

फाइल फोटो

सतना: जिले में गेहूं और यूरिया घोटाले के बाद अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है. किसानों को सीधे 6000 की आर्थिक मदद देने वाली इस योजना में ऐसे किसानों को लाभार्थी बना दिया गया जिनके पास भूमि ही नहीं है. इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. पार्टी का कहना है कि अधिकारियों की मिली भगत से भाजपा को फायदा पहुंचाया गया. 

इंदौर: शिवराज-सिंधिया के दौरे से पहले लगे पोस्टर, कांग्रेसियों ने पूछा 'कब सड़क पर आओगे महाराज'

बता दें कि इस मामले का खुलासा अपर आयुक्त भू अभिलेख एवं बंदोबस्त ग्वालियर के द्वारा सतना कलेक्टर को लिखे गए पत्र से हुआ है. जिसमें भूमिहीनों को की गई आर्थिक मदद को वापस लेने के साथ उनके नाम इस योजना से काटे जाने को लिखा गया है. मामले का खुलासा होने के साथ ही हड़कम्प मच गया, और आनन फानन में जांच के आदेश भी दे दिए गए है. 

शिवपुरी में सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय सहित 6 पर 420 का केस, जानें पूरा मामला

अनुमान से ज्यादा किसान 
पीएम सम्मान निधि में किसानों की आर्थिक मदद के लिए 6000 की राशि 3 किश्तों में मिलनी है लेकिन शासन के पास पहुंची लाभार्थी किसानों की संख्या अनुमान से कही ज्यादा हो गई, सतना में ऐसे किसानों की संख्या एक हजार से ज्यादा है. सूची में उन भूमिहीन फर्जी किसानों की संख्या सबसे ज्यादा है जिन्होंने स्वपंजीयन किया है लेकिन स्वपंजीयन के बाद भी उनकी आईडी को तहसीलदार द्वारा सत्यापित किया गया जिसके बाद ही उनके खातों में अयोग्य किसानों को राशि मिलने लगी है. जिला प्रशासन इस मामले में गोल मोल जवाब दे रहा है.

WATCH LIVE TV

Trending news