कबीरधाम में 2 सरेंडर नक्सली बने पुलिस कांस्टेबल, जानिए क्यों मिली सरकारी नौकरी?
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कबीरधाम में 2 सरेंडर नक्सली बने पुलिस कांस्टेबल, जानिए क्यों मिली सरकारी नौकरी?

kabirdham news: कबीरधाम में दो पूर्व नक्सलियों को छत्तीसगढ़ पुलिस में कांस्टेबल की नौकरी मिली है. आपको बता दें कि दोनों पूर्व नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत यह नौकरी मिली है.

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Chhattisgarh News: कबीरधाम पुलिस के समक्ष सरेंडर करने वाले नक्सली दिवाकर और टीजू को पुलिस आरक्षक की नौकरी मिली है. पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने जानकारी दी कि राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के तहत उन्हें यह नौकरी दी गई. सरेंडर करने के बाद दोनों ने पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां दीं थीं. जिससे कई सफलताएं मिलीं. अब दोनों पूर्व नक्सली, पुलिस की वर्दी पाकर खुश हैं और अन्य नक्सलियों से भी आत्मसमर्पण करने की अपील कर रहे हैं. पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने ये भी कहा कि पुनर्वास नीति के तहत सरेंडर करने पर अन्य नक्सलियों को भी सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे वे भी मुख्यधारा में लौट सकें.

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पुनर्वास नीति के तहत पुलिस में नौकरी
पूर्व में सरेंडर किए दो नक्सलियों को पुलिस में आरक्षक की नौकरी मिली है. नौकरी मिलने से दोनों पूर्व नक्सली खुश हैं और उन्होंने अपने अन्य साथियों से भी आत्मसमर्पण करने की अपील की है. कबीरधाम पुलिस के समक्ष पूर्व में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली दिवाकर और टीजू को आज पुलिस में आरक्षक की नौकरी मिल गई. पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि शासन की पुनर्वास नीति के चलते आत्मसमर्पण करने पर इन्हें अन्य सुविधाओं के साथ आज पुलिस आरक्षक की नौकरी दी गई है.

आत्मसमर्पण के बाद मिली सफलता
बता दें कि आत्मसमर्पण के बाद दोनों नक्सलियों ने पुलिस की मदद की थी, जिससे पुलिस को कई महत्वपूर्ण सफलताएं मिली हैं. पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने कहा कि सरेंडर करने वाले इन नक्सलियों को पुलिस आरक्षक की नौकरी मिल गई है, जिससे अब अन्य नक्सली भी आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित होंगे. उन्होंने अन्य नक्सलियों से भी अपील की कि वे आत्मसमर्पण कर दें. पुनर्वास नीति के तहत उन्हें भी सुविधा दी जाएगी. वहीं, पुलिस की वर्दी मिलने के बाद दोनों पूर्व नक्सली टीजू और दिवाकर काफी खुश हैं, और उन्होंने अपने पुराने साथियों से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की.

रिपोर्ट:सतीश तम्बोली (कबीरधाम)

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