मशहूर लोक कलाकार लता खापर्डे का निधन, सीएम बोले- उन्हें भुलाया नहीं जा सकता
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1363599

मशहूर लोक कलाकार लता खापर्डे का निधन, सीएम बोले- उन्हें भुलाया नहीं जा सकता

छत्तीसगढ़ की मशहूर लोक कलाकार लता खापर्डे का निधन हो गया है. बुधवार को उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान लता खापर्डे का निधन हो गया. 

मशहूर लोक कलाकार लता खापर्डे का निधन, सीएम बोले- उन्हें भुलाया नहीं जा सकता

किशोर शिल्लेदार/राजनादगांवः छत्तीसगढ़ की प्रख्यात लोक कलाकार लता खापर्डे का निधन हो गया है. लता खापर्डे की बुधवार दोपहर को दिल का दौरा पड़ा था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. राजनादगांव के भरकापारा स्थित उनके आवास से उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई. आमिर खान की चर्चित फिल्म पीपली लाइव में अपने सशक्त अभिनय से सभी को आकर्षित करने वाली लता खापर्डे को मूलतः छत्तीसगढ़ की लोक गायिका और कलाकार के तौर पर जाना जाता है. 

किसी भी संस्कृति और लोक कला को घर-घर पहुंचाने में कुछ शख्सीयतों का बड़ा योगदान होता है. ऐसे ही छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति, संस्कारों को जिंदा रखने और उन्हें घर-घर पहुंचाने में लता खापर्डे का अहम योगदान है. लता खापर्डे लोक गायिका के साथ-साथ अपने शानदार अभिनय के लिए भी जानी जाती थी.आमिर खान की फिल्म पीपली लाइव के अलावा लता खापर्डे ने नौकर की कमीज फिल्म में भी अपने अभिनय की छाप छोड़ी थी. छत्तीसगढ़ की लोक कला संस्था गोदना के साथ वह लंबे समय से जुड़ी थीं. उल्लेखनीय है कि लता खापर्डे ने दो दिन पहले ही नवरात्र पर्व पर माता के एक गीत की रिकॉर्डिंग की थी. छत्तीसगढ़ी भाषा में गाए इस गीत में मां दुर्गा की आराधना की गई है और यह गाना नवरात्र के पहले दिन ही रिलीज किया जाना था.  

लता खापर्डे छत्तीसगढ़ी लोक गीतों की दुनिया में एक जाना पहचाना नाम थीं. आकाशवाणी में उनके लोक गीत अक्सर सुनने को मिलते थे. आकाशवाणी ने उनके करीब 400 छत्तीसगढ़ी गानों की रिकॉर्डिंग की और वह अभी भी खासी सक्रिय थीं. बता दें कि लता खापर्डे महज 9 साल की उम्र में कला जगत से जुड़ गईं थी. उन्होंने छत्तीसगढ़ के विख्यात लोक कलाकार रामचंद देशमुख से छत्तीसगढ़ लोक कला की बारीकियां सीखीं. लता खापर्डे ने जर्मनी, रूस, कनाडा जैसे देशों में भी छत्तीसगढ़ लोक कला और लोक संस्कृति से परिचय कराया. वह थियेटर से भी जुड़ी रहीं और हबीब तनवीर जैसी हस्तियों के साथ काम किया. लता खापर्डे ने हबीब तनवीर के कई नाटकों में सशक्त अभिनय किया. 

छत्तीसगढ़ी विवाह गीतों पर कर रहीं थी रिसर्च
लता खापर्डे के छत्तीसगढ़ी लोक कला और गायन के प्रति समर्पण को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें छत्तीसगढ़ी विवाह गीतों पर रिसर्च करने के लिए फेलोशिप दी थी. लता खापर्डे ने छत्तीसगढ़ी विवाह गीतों को नया आयाम दिया और राज्य में विवाह संस्कारों को जिंदा रखने में अहम योगदान दिया. 

सीएम ने जताया शोक
लता खापर्डे के अचानक हुए निधन से सभी दुखी हैं. सीएम भूपेश बघेल ने भी लता खापर्डे के निधन पर दुख जताया है.उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि लता खापर्डे ने छत्तीसगढ़ी बोली और लोक संगीत के उत्थान के लिए जो किया, उसे भुलाया नहीं जा सकता. 

Trending news