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Bajrang Dal ban: कांग्रेस पहले भी बजरंग दल सहित इन संगठनों पर लगा चुकी है बैन, जानिए वजह

Bajrang Dal ban: कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर जारी हुए कांग्रेस (Congress) के घोषणा पत्र में बजरंग दल को बैन करने की बात की गई थी. कांग्रेस ने कहा था कि सत्ता आने के बाद बजरंग दल PFI सहित कई संगठनों पर बैन लगा दिया जाएगा. हालांकि ये कोई नई बात नहीं है. इसके पहले भी कांग्रेस ने बजरंग दल के अलावा इन संगठनों पर बैन लगाया था.

RSS पर बैन

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RSS पर बैन

कांग्रेस पार्टी पहले भी संगठनों पर बैन लगाती हुई है. बता दें कि साल 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद और राम जन्म भूमि को लेकर काफी विवाद छिड़ा था. काफी ज्यादा हिंसात्मक घटनाएं हो रही थी. इसकी वजह से कांग्रेस नरसिंह राव सरकार ने  10 दिसंबर 1992 को RSS पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. बता दें कि इसके पहले 1975 में एमरजेंसी के दौरान और 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद  RSS पर बैन लगा दिया गया था.

विहिप पर प्रतिबंध

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विहिप पर प्रतिबंध

साल 1992 में बाबरी विध्वंस के समय जिन संगठनों को कांग्रेस ने बैन किया था उसमें विश्व हिंदू परिषद भी शामिल था. उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिंह राव ने 4 प्रदेश की सरकारों को बर्खास्त कर दिया था. इसी दौरान हिंसक घटनाओं की वजह से विश्व हिंदू परिषद पर भी बैन लगाया था.

इस्लामिक सेवक संघ

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इस्लामिक सेवक संघ

कर्नाटक चुनाव के लिए घोषित हुए घोषणा पत्र में कांग्रेस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) को बैन करने की बात की है. बता दें कि साल 1992 में बाबरी विध्वंस के समय ISS यानि की इस्लामिक सेवक संघ पर कांग्रेस सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था. इस पर आरोप था कि मुस्लिमों को बड़े पैमाने पर भड़काने का प्रयास कर रहा है.

जमात-ए-इस्लामी पर बैन

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जमात-ए-इस्लामी पर बैन

साल 1992 में अयोध्या में बाबरी विध्ंवस के समय कांग्रेस सरकार ने कई संगठनों को बैन किया था. इसमें  जमात-ए-इस्लामी संगठन भी शामिल था. बताया जा रहा है कि ये मुस्लिमों को हिंसा के लिए भड़काने का काम कर रहा था. इसके अलावा इसके ऊपर साल 1975 में भी बैन लगाया जा चुका है.

 

बजरंग दल

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बजरंग दल

कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल को बैन करने की कांग्रेस की तरफ से अपने घोषणा पत्र में घोषणा की गई थी. इसको लेकर के देश भर में काफी ज्यादा विवाद छिड़ा हुआ है. भाजपा कांग्रेस आमने सामने हो गई है.  बता दें कि बाबरी विध्वंस के समय साल 1992 में इस पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया था. 

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बजरंग दल को बैन करने का मामला कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान सामने आया है. यहां पर कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था जिसमें पार्टी ने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो बजरंग दल PFI जैसे संगठनों पर बैन लगा देगी.

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बजरंग दल को बैन करने की बात पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर बजरंग दल पर प्रतिबंध की बात करेंगे तो सारी मस्जिदों पर बैन लगाना पड़ेगा. इसके नरोत्तम मिश्रा सहित कई बीजेपी के नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.