छत्तीसगढ़ में 5 सूत्रीय मांगों को लेकर प्राइवेट स्कूल हड़ताल पर, लेकिन इस जिले में स्कूल खुले
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छत्तीसगढ़ में 5 सूत्रीय मांगों को लेकर प्राइवेट स्कूल हड़ताल पर, लेकिन इस जिले में स्कूल खुले

छत्तीसगढ़ में आज प्राइवेट स्कूल अपनी समस्याओं और विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का असर आज पूरे प्रदेश में देखने को मिला.

कहीं हड़ताल तो कहीं खुले स्कूल

रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज प्राइवेट स्कूल अपनी समस्याओं और विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का असर आज पूरे प्रदेश में देखने को मिला. राजधानी रायपुर में आज निजी स्कूल नहीं खुले और न ही ऑनलाइन-ऑफलाइन पढ़ाई हुई.रायपुर के बुढ़ापारा धरना स्थल पर प्रदेश भर से बड़ी संख्या में निजी स्कूल संचालक और स्टाफ इकट्ठा हुए. 

वहीं रायगढ़ में इस धरना प्रदर्शन का मिलाजुला असर देखने को मिला.स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन प्रदेश के अध्यक्ष के द्वारा स्कूलों को बंद करने का आवाहन किया गया था, लेकिन जिले में कई स्कूलों में परीक्षा होने के कारण स्कूलों को संचालित किया गया. जिलों के कुछ स्कूल आज बंद रहे और रायपुर में जाकर इसका समर्थन दिया. 

जिले के स्कूल संघ के उपाध्यक्ष रामचंद्र शर्मा ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा एक दिवसी धरना प्रदर्शन का आह्वान किया गया है. जिसमें रायगढ़ जिले के स्कूल संघ के साथी इसके समर्थन के लिए गए हुए हैं.

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इन मांगों को लेकर हो रहा प्रदर्शन
दरअसल प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन की मांग है कि RTE के तहत बच्चों की भर्ती की फीस का भुगतान जल्द किया जाए. स्कूल बसों का रोड टैक्स माफ किया जाए, स्कूल ड्रेस के लिए RTE के तहत उचित राशि दी जाए. मान्यता नवीनीकरण के नियमों को बदला जाए.कोरोना के दौरान औचक निरीक्षण के वक्त स्कूलों को प्रतिरक्षा मिले. 

इन 5 सूत्रीय मांगों को लेकर बस्तर, सरगुजा, रायगढ़, गरियाबंद तमाम जिलों से स्कूल संचालक धरना दे रहे हैं. मामले में रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि निजी स्कूल खोलने में कोई चुनौती नहीं है, उनकी मांगे सुनी गई हैं. केंद्र से राशि आने पर निराकरण किया जाएगा. इस विष्य में उच्च अधिकारी फैसला लेंगे.

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