जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "फरवरी महीने में ही हम लोगों ने मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरुक करने की कोशिश शुरू कर दी, मार्च में हमने सबसे पहले स्कूल कॉलेज फिर जो शॉपिंग मॉल ये सब हमने बंद करवा दिए थे. उसके बाद धारा 144 लगाई, पूरे सीमा को बंद कर दिया, प्रदेश को बंद कर दिया".
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रायपुर: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी जंग में छत्तीसगढ़ ने बड़ी कामयाबी पाई है. जहां अब तक सामने आए 8 मामलों में 2 मरीज ठीक भी हो चुके हैं. इस सिलसिले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ से बात करते हुए ठीक हुए दोनों मरीजों को बधाई दी. उन्होंने कहा कि, "रायपुर AIIMS में कोरोना से दो मरीज ठीक हो कर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं, मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि छत्तीसगढ़ में दो मरीज ठीक हो गए हैं, मैं उन्हें बधाई देता हूं". उन्होंने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण को रोकने में मिली कामयाबी का सेहरा अपनी सरकार के वक्त पर किए गए इंतजामों को दिया.
जी मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "फरवरी महीने में ही हम लोगों ने मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरुक करने की कोशिश शुरू कर दी, मार्च में हमने सबसे पहले स्कूल कॉलेज फिर जो शॉपिंग मॉल ये सब हमने बंद करवा दिए थे. उसके बाद धारा 144 लगाई, पूरे सीमा को बंद कर दिया, प्रदेश को बंद कर दिया". इस बंद के दौरान उन्होंने प्रशासनिक अमले के साथ आम जनता और सामाजिक संगठनों के योगदान को भी बेहतरीन बताया और कहा कि सबने इस मिशन में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया.
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उन्होंने इस लड़ाई में सरकारी विभागों के बीच सही तालमेल और कर्मचारियों की मेहनत को भी अहम बताया. CM भूपेश बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ को जो सफलता मिली है वो केवल एक विभाग की सफलता नहीं है बल्कि इसमें पूरा सरकारी अमला शामिल है. स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास, जिला प्रशासन सारे लोग कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में लगे हैं. लॉकडाउन के दौरान लोगों ने भी सहयोग किया, उन्होंने कोरोना को रोकने में मिली सफलता को सभी की मिली जुली सफलता करार दिया.
कोराबा में पॉजिटिव मरीज का नया मामला मिलने पर उन्होंने कहा कि ये बीमारी विदेश से आई है तो उनकी सरकार ऐसे सभी लोगों की जानकारी ले रहे हैं जो बाहर से आए हैं. ऐसे लोग कहां गए किससे मिले इसके आधार पर कदम उठाया जा रहा है और कोरबा के मामले में भी यही किया जा रहा है. टेस्टिंग किट के सवाल पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि, " टेस्टिंग किट की कमी है लेकिन हम लोग भारत सरकार से संपर्क बनाए हुए हैं. वो जरूरत के हिसाब से उपलब्ध होती जा रही है. लेकिन ये है कि जितना देश में उपलब्ध होना चाहिए उतना नहीं है, उसके अनुपात में हमें भी (ये किट) कम ही उपलब्ध हो पाता है. अभी तक हम प्रदेश में 800 लोगों की जांच कर पाए हैं. जो लक्षण दिखाई देते हैं उनकी ही जांच होती. इसकी जो सामान्य तौर पर लोग जांच कराना चाहते हैं वो नहीं हो पाती है, तो अभी ये स्थिति है." इसके साथ ही उन्होंने राज्य में कोरोना से लड़ने के लिए 2700 बेड तैयार करने की जानकारी भी दी जिससे किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.
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कोरोना संक्रमण रोकने के लिए हुए 21 दिन के लॉकडाउन से बने हालात में उन्होंने लोगों को वक्त पर राहत पहुंचाने पर बल दिया. CM भूपेश बघेल ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों कों को वक्त पर राशन और दवाई पहुंचाई, किसानों, सब्जी उत्पादकों को मदद पहुंचाई, मजदूर उपलब्ध कराए. लोगों को राशन की उपलब्धता दी. उन्होंने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ दो महीने का राशन है मुफ्त दे रहा है जिसमें 70 किलो चावल एक परिवार को दिया जा रहा है. आंगनवाणी केंद्र में मिलने वाले मिड-डे मील का अब घर जा कर वितरण किया जा रहा है. सामाजिक संगठनों के जरिए भी लोगों को भोजन मुहैया कराया जा रहा है. विक्रेताओं के लिए भी राशन और सब्जी की रेट लिस्ट अगले कुछ दिन के लिए तय कर दी गई है.
मेंगलुरु में फंसे छत्तीसगढ़ के मजदूरों के सवाल पर CM भूपेश बघेल ने कहा कि, "लगातार हम लोग संबंधित प्रदेश के अधिकारियों से बात कर रहे हैं, कोशिश यही है कि फंसे मजदूरों को वहां रोजमर्रा की सभी जरूरत पूरी की जाए. और कोशिश कर रहे हैं कि उनके खाते में पैसे डाले जा सकें ताकि वो उनको वहां इस्तेमाल कर सकें."
रायपुर के प्राइवेट श्रीनारायण अस्पताल में छंटनी के मामले में भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुल कर बात की. उन्होंने इस मामले की जानकारी देने के लिए ज़ी न्यूज मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ का धन्यवाद कहा. उन्होंने इस मामले की पूरी जानकारी लेने और अस्पताल से बात करने का भरोसा दिया ताकि वो छंटनी न करे. यही नहीं CM भूपेश बघेल ने ये भी कहा कि उनकी सरकार अब तक न सिर्फ अस्पताल बल्कि जितने भी उद्योग हैं, संस्थान है, उनसे कहा है कि उनके यहां जो भी काम कर रहे थे, उन्हें एक महीने का वेतन और उनकी छंटनी न की जाए. मुख्यमंत्री ने इस कदम का फायदा ये बताया कि इससे राज्य में बेवजह की भीड़ इक्ट्ठा नहीं होगी और कोरोना के रोकथाम में मदद मिलेगी.
यहां देखें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से एक्सक्लूसिव बातचीत