ग्वालियर में सफाई कर्मचारियों ने समय से वेतन नहीं मिलने पर विरोध करते हुए सड़कों पर कचरा फेंक दिया था. जिस पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर नगर-निगम के कमिश्नर को जमकर फटकार लगाई.
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भोपालः मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेशभर के कलेक्टर और कमिश्ररों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीटिंग की. इस दौरान सीएम शिवराज ने ग्वालियर में सफाई व्यवस्थाओं में लापरवाही और सफाई कर्मचारियों को समय से वेतन नहीं मिलने पर नगर-निगम के कमिश्नर संदीप माकिन को जमकर फटकार लगाई. सीएम ने मुख्यसचिव इकबाल सिंह बैंस से कहा कि बहुत हो गया, अब इनकी छुट्टी कर दो.
यह है पूरा मामला
दरअसल, पूरा मामला ग्वालियर नगर-निगम के सफाई कर्मचारियों के वेतन से जुड़ा हुआ है. समय से वेतन नहीं मिलने पर सफाई कर्मचारियों ने 3 जनवरी को अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर शहर भर में विरोध प्रदर्शन किया. विरोध के दौरान उन्होंने न तो शहर की सड़कों पर झाड़ू लगाई और न ही लोगों के घरों से कचरा इकट्ठा किया. उलटा इकट्ठा किया हुआ कचरा सड़कों पर फेंक दिया. सफाई कर्मचारियों ने मुरार स्थित जोन कार्यालय के बाहर हंगामा कर नारेबाजी की.
हालांकि इस दौरान निगम अधिकारी उन्हें मनाने भी आये लेकिन बात नहीं बन सकी. सफाईकर्मियों का कहना है कि ठेका कंपनी उन्हें समय पर वेतन नहीं देती, 2 से 3 महीने तक उन्हें वेतन नहीं मिलता, जिससे उन्हें प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा.
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संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए कमिश्नर
आज मीटिंग के दौरान जब इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर नगर-निगम के कमिश्रर संदीप माकिन से सवाल किया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए. जिस पर सीएम ने कहा कि सफाई कर्मचारियों को वेतन देने में इतनी देरी हो जाए कि कर्मचारी कचरा सड़कों पर फेंककर चला जाए, इस तरह का काम सहन करने लायक नहीं है. शहर की स्वच्छता आपकी जिम्मेदारी है, लेकिन सफाई कर्मचारी ही सड़क पर कचरा फेंक जाए यह सहन करने लायक नहीं है. सीएम ने मुख्य सचिव से कहा कि ''बहुत हो गया अब इनकी छुट्टी कर दो''.
स्वच्छता के मामले में कोई समझौता नहीं होगा
मुख्यमंत्री ने कहा केवल ग्वालियर ही नहीं प्रदेशभर में कहीं भी स्वच्छता के मामले में कोई समझौता नहीं होगा. सभी सफाई कर्मचारियों को समय से वेतन मिलना चाहिए. इस तरह की घटनाएं आगे बर्दाश्त नहीं होगी. प्रदेशभर में सफाई के कामों में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी. बता दें कि ग्वालियर नगर निगम अपनी सफाई व्यवस्थाओं को लेकर अक्सर विवादों में रहता है. नगर-निगम के सफाई कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें अक्टूबर महीने से वेतन नहीं मिला है. जिसके चलते उन्हें इस तरह का प्रदर्शन करने क लिए मजबूर होना पड़ा. सड़क पर कचरा फेके जाने का मामला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंच गया था.
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