जो कर रहे हैं आत्महत्याएं,क़र्ज़ से हैं परेशान,जिन पर नहीं है किसी का ध्यान,BJP-कांग्रेस की नैया पार लगाएंगे वही किसान
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जो कर रहे हैं आत्महत्याएं,क़र्ज़ से हैं परेशान,जिन पर नहीं है किसी का ध्यान,BJP-कांग्रेस की नैया पार लगाएंगे वही किसान

मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अन्नदाता भाग्य विधाता साबित हो सकते हैं. क्योंकि 28 सीटों में ज्यादातर सीटें कृषि बाहुल्य इलाकों से आती हैं, लिहाजा इस बार भी किसान ही तय करेगा कि सरकार का ताज किसके सर पहनाया जाए.

फाइल फोटो

इंदौर: मध्य प्रदेश में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में अन्नदाता भाग्य विधाता साबित हो सकते हैं. क्योंकि 28 सीटों में ज्यादातर सीटें कृषि बाहुल्य इलाकों से आती हैं, लिहाजा इस बार भी किसान ही तय करेगा कि सरकार का ताज किसके सर पहनाया जाए. यही वजह है कि कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को साधने में जुटे हैं. दोनों दल किसान वोट बैंक पाने के लिए एक दूसरे पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं.

कर्जमाफी पर कांग्रेस के खिलाफ BJP हल्लाबोल
बीजेपी प्रवक्ता जेपी मूलचंदानी का कहना है कि 10 दिनों में कर्जमाफी का दावा करने वाली कांग्रेस 15 महीने में भी अपना वादा पूरा नहीं कर सकी, कांग्रेस ने किसानों के साथ धोखाधड़ी की है, इसलिए उपचुनाव में जनता इन्हें सबक सिखाएगी. 

बीजेपी ने कांग्रेस का बनाया मजाक
वहीं कांग्रेस नेता रवि शुक्ला का आरोप है कि बीजेपी ने कौड़ियों में फसल बीमा की राशि देकर किसानों का मजाक बनाया है.  किसान समझदार है और अब आप मूर्ख नहीं बना सकते हैं, उन्होंने कहा कि जब हम किसानों का कर्ज माफ कर रहे थे तो सौदेबाजी करके चुनी हुई सरकार को गिरा दिया गया.

किसानों ने जाहिर किया दुख
बीजेपी कांग्रेस के अपने दावे और आरोप प्रत्यारोप हैं. लेकिन किसान के मन मे क्या है इसको लेकर किसान नेता शिवकुमार शर्मा का कहना है कि अन्नदाता का मन दुखी है. सरकारें किसानों से बीमा का प्रीमियम भरवाती हैं और फिर उसके बाद 10-20 रु बीमा की राशि किसानों को दी जाती है. कक्का जी ने आरोप लगाया कि सरकार का ये बीमा किसानों के लिए नही बीमा कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए है.

किसानों को लुभाने में जुटे कांग्रेस-BJP 
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश चुनाव (MP Byelection 2020) की तारीख का ऐलान हो चुका है. प्रदेश की सभी 28 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी, जबकि नतीजे 10 नवंबर को आएंगे. इसलिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) ने अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गई हैं. दोनों पार्टियां किसानों को रिझाने के लिए बड़े-बड़े वादें कर रही हैं. 

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मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हैं. इन 28 में 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद खाली हुई हैं जबकि 3 सीटें विधायकों के निधन के चलते रिक्त हुई हैं. सुमावली, मुरैना, दिमनी अंबाह, मेहगांव, गोहद, ग्वालियर, ग्वालियर पूर्व, डबरा, भांडेर, करेरा, पोहरी, बामोरी, अशोकनगर, मुंगावली, सुरखी, सांची, अनूपपुर, सांवेर, हाटपिपल्या, सुवासरा, बदनावर, आगर-मालवा, जौरा, नेपानगर, मलहारा, मंधाता और ब्यावरा में उपचुनाव हैं. 

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