आज सिंधिया के गढ़ में प्रियंका गांधी भरेंगी हुंकार, इस वजह से भाजपा-कांग्रेस के लिए अहम है ग्वालियर-चंबल
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आज सिंधिया के गढ़ में प्रियंका गांधी भरेंगी हुंकार, इस वजह से भाजपा-कांग्रेस के लिए अहम है ग्वालियर-चंबल

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ चुनावी जनसभा करने जा रही हैं. प्रियंका गांधी 'जन आक्रोश रैली' को संबोधित करेंगी. वे सिंधिया को निशाना बनाएंगी. हालांकि, रैली से पहले सिंधिया ने भी कांग्रेस को आड़े हाथ लिया है. 

आज सिंधिया के गढ़ में प्रियंका गांधी भरेंगी हुंकार, इस वजह से भाजपा-कांग्रेस के लिए अहम है ग्वालियर-चंबल

MP News/आकाश द्विवेदी: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी जंग का आगाज हो गया है. जीत के लिए सबसे अहम माने जा रहे ग्वालियर-चंबल संभाग को साधने के लिए  भाजपा और कांग्रेस ने कवायद शुरू कर दी है. कांग्रेस ने अपनी ओर से पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में उतार दिया है. प्रियंका गांधी आज यानी शुक्रवार को ग्वालियर में 'जन आक्रोश रैली' को संबोधित करेंगी.

प्रियंका गांधी रैली से पहले वीरांगना लक्ष्मीबाई के समाधि स्थल पर जाएंगी, जहां से वे देशभक्ति का संदेश देंगी. कांग्रेस जनसभा में ढाई लाख से अधिक के संख्या में लोगों को जुटाने की तैयारी कर रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद प्रियंका गांधी पहली बार ग्वालियर आ रही हैं. कांग्रेस की नजर 20% दलित-ओबीसी वोटर्स पर है. पिछले चुनाव में इन्ही के दम पर कांग्रेस को बढ़त मिली थी. कयास लगाए जा रहे हैं  कि यहां प्रियंका रानी लक्ष्मीबाई के बहाने सिंधिया को निशाने पर लेंगी. इसके अलावा प्रियंका गांधी चुनाव अभियान के लिए घोषणाएं कर सकती हैं.

सिंधिया ने साधा निशाना
प्रियंका गांधी की रैली से पहले सिंधिया ने ट्वीट कर कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कांग्रेस की विपक्षी दलों के साथ बैठक को लेकर कई सवाल खड़ा किया है और कहा कि सत्ता के लिए कांग्रेस ने 1947 में भारत तोड़ा,  सत्ता के लिए 1975 में आपातकाल लागू किया, सत्ता के लिए 2022 में तुष्टिकरण से ओत-प्रोत भारत जोड़ो यात्रा की. इसके अलावा सत्ता के लिए व भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए गठबंधन INDIA जोड़ो का नाम दिया गया. आगे लिखते हुए सिंधिया ने कहा कि ये जोड़-तोड़ की राजनीति वर्षों से कांग्रेस की विचारधारा का हिस्सा रही है, नए गठबंधन की सूरत भी वही, नीयत भी वही है.

 

कांग्रेस के लिए क्यों खास है ग्वालियर चंबल
ग्वालियर और चंबल के 8 जिलों में 34 विधानसभा सीटें हैं. 2018 में कांग्रेस ने 34 में से 26 सीटें जीती थीं. इसके अलावा सिर्फ 7 सीटों पर ही भाजपा को  विजय मिली थी, जबकि एक सीट बसपा के खाते में चली गई थी. इस क्षेत्र में BSP के भी वोटर्स हैं. कांग्रेस की कोशिश इन वोटरों को अपने पक्ष में करने की की है.

 

 

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