कमेटी के महामंत्री का आरोप है कि कुछ दिनों पहले ही पार्टी विधायक ने उन्हें कई लोगों के बीच धमकाया था और सभी के सामने उनसे गाली-गलौज भी की थी.
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नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) खत्म हो चुके हैं और अब सभी राजनीतिक दल 23 मई को आने वाले रिजल्ट के इंतजार में बैठे हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस में गुटबाजी की खबरें आना शुरू हो गई हैं. दरअसल, हाल ही में छतरपुर जिला काग्रेंस कमेटी के महामंत्री राजेश सिंह चोका ने अपनी ही पार्टी के छतरपुर विधायक आलोक चतुर्वेदी और उनके साथी पर गाली गलौज करने और जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है. कमेटी के महामंत्री का आरोप है कि कुछ दिनों पहले ही पार्टी विधायक ने उन्हें कई लोगों के बीच धमकाया था और सभी के सामने उनसे गाली-गलौज भी की थी.
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महामंत्री राजेश सिंह का आरोप है कि बीती 20 तारीख को वह एक शादी समारोह में गए थे, जहां उनकी मुलाकात पार्टी विधायक आलोक चतुर्वेदी से हुई. वहीं आलोक चतुर्वेदी ने जाने किस बात पर उनको धमकाना शुरू कर दिया और सबके सामने धमकी देते हुए कहा कि 'क्यों राजेश सुना है आज-कल तुम सोशल मीडिया में बहुत कुछ डाल रहे हो. तभी वह गाली गलौज करने लगे. वहीं इसी दौरान आलोक चतुर्वेदी के एक साथी ने उनकी कॉलर पकड़ ली और उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगा. घटना के बाद राजेश चतुर्वेदी ने एसपी को लिखित शिकायत दी है और आरोपी के खिलाफ जल्द से जल्द एक्शन लेने को कहा है.
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अपनी शिकायत में चतुर्वेदी ने विधायक से अपनी जान को खतरा बताया है और जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग की है. वहीं सत्ता पार्टी के विधायक का मामला होने की वजह से एस पी ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया है. काग्रेंस जिला अध्यक्ष ने पार्टी विधायक की छवि खराब करने का आरोप जिला महामंत्री पर लगाया है. बता दें मध्य प्रदेश के साथ ही पंजाब कांग्रेस के बीच भी गुजबाजी की खबरें आई थीं, जहां मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और उनके मंत्रिमंडल सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू के बीच भी आपसी विवाद की खबरें आई थीं. इस पर सिद्धू को अपनी ही पार्टी के नेताओं का विरोध भी झेलना पड़ रहा है.
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दरअसल, चुनाव प्रचार के अंतिम दिन सिद्धू के बयान को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोर्चा खोल दिया था. बता दें सिद्धू ने चुनाव प्रचार के समय सवाल किया था कि बादल परिवार के खिलाफ प्राथमिकी क्यों दर्ज नहीं की गई. जिस पर कैप्टन अमरिंदर और अन्य पार्टी नेताओं ने उल्टा सिद्धू को ही घेरना शुरू कर दिया था. वहीं सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने कहा था कि अगर पंजाब में कांग्रेस पार्टी सभी 13 सीटों पर नहीं जीतती है तो कैप्टन अमरिंदर सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए.