प्रदेश सरकार ने 15 दिन में बंगला खाली नहीं करने पर बंगले में रखा साजो-सामान नीलाम करने की चेतावनी का नोटिस भी चस्पा कर दिया है. बुधवार को संपदा विभाग का अमला यहां बंगले पर कब्जा हासिल करने पहुंचा था, लेकिन बंगले पर ताला लगा मिला था.
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भोपाल: प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से शिवराज सरकार (Shivraj Government) एक्शन मोड में आ गई है. सरकार ने पूर्व सरकार में मंत्री रहे विधायकों को बंगले खाली करने का नोटिस जारी किया था, लेकिन इस नोटिस के बाद भी कई पूर्व मंत्रियों ने बंगले खाली नहीं किए थे. जिसके बाद अब बेदखली का नोटिस भी जारी किया गया है. यह कार्रवाई तरुण भनोट (Tarun Bhanot) के बंगले पर की गई है. उनके बंगले को सील कर दिया गया है.
प्रदेश सरकार ने 15 दिन में बंगला खाली नहीं करने पर बंगले में रखा साजो-सामान नीलाम करने की चेतावनी का नोटिस भी चस्पा कर दिया है. बुधवार को संपदा विभाग का अमला यहां बंगले पर कब्जा हासिल करने पहुंचा था, लेकिन बंगले पर ताला लगा मिला था.
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इसके बाद संपदा विभाग की तहसीलदार प्रीति श्रीवास्तव ने बंगले को सील करके 15 दिन में सामान खाली करने का नोटिस चस्पा कर दिया. जिस वक्त अमला यहां पहुंचा था, तब तरुण भनोत जबलपुर में थे. उनकी गैरमौजूदगी में ये कार्यवाही की गयी है. बंगले में भनोत का निजी स्टाफ का परिवार रह रहा था. उनके सर्वेंट क्वार्टर को फिलहाल सील नहीं किया गया है.
इस मामले में गृह विभाग के अंतर्गत आने वाले संपदा संचालनालय की तहसीलदार प्रीति श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्व मंत्रियों को विधिवत नोटिस दिए गये थे. दूसरा नोटिस भी दिया गया था, जिसमें 11 मई को उन्हें बेदखली के बारे में कहा गया था. बावजूद इसके खाली न करने पर बंगले को सील कर दिया गया है. अगर 15 दिन में खाली नहीं किया गया तो बंगले के अंदर का रखा सामान नीलाम कर दिया जाएगा.
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इस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस ने बंगले को सील करने की कार्रवाई को शर्मनाक बताया है. कांग्रेस ने कहा है कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार मजदूरों से लेकर पूर्व मंत्रियों तक घरों को रौंद रही है या सील कर रही है. भाजपा की हथियाई हुई सत्ता की यह करतूत उनकी हताशा बता रही है.