इससे पहले चेन्नई से आई विशेषज्ञों की टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. राजीव रमण ने 4 मरीजों का ऑपरेशन किया था, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है.
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वैभव शर्मा/इंदौरः इंदौर के आंखफोड़वा कांड के 3 मरीजों को आज शाम चेन्नई भेजा जाएगा. तीनों ही मरीजों को एक विशेष विमान से चेन्नई भेजा जाएगा. उनके साथ 1-1 परिजन को भी उनके साथ उनकी देख रेख के लिए जाने की इजाजत दी गई है. इससे पहले चेन्नई से आई विशेषज्ञों की टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ. राजीव रमण ने 4 मरीजों का ऑपरेशन किया था, जिसके बाद उनकी हालत में सुधार हो रहा है. उधर कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने राष्ट्रीय अंधत्व निवारण समिति के जिला प्रभारी डॉ. टीएस होरा को सस्पेंड कर दिया है.
आपको बता दें कि इंदौर के आई हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंखों की रोशनी चली गई थी. जिसके बाद उन्हें चोइथराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस घटना के बाद सरकार ने पीड़ितों को आर्थिक मदद देने के साथ ही उनके इलाज का खर्च उठाने का ऐलान किया था. साथ ही चेन्नई से विशेषज्ञों का एक दल भी डॉ. राजीव रमण के नेतृत्व में इंदौर आया और पीड़ितों का इलाज कर रहा है, जिससे 4 मरीजों को आराम मिला है.
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इंदौर के आंखफोड़वा कांड में अब आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने मामले में सुमित्रा महाजन के साथ संघ और बीजेपी पर संगीन आरोप लगाए हैं. राकेश सिंह के मुताबिक आंखफोड़वा कांड के जिम्मेदार आई हॉस्पिटल को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का संरक्षण था. मीडिया से चर्चा में राकेश सिंह ने कहा कि. 18 लोगों की आंखों की रोशनी जाने के बाद अस्पताल का लाइसेंस रद्द किया था, लेकिन सुमित्रा महाजन के दबाव में फिर से बहाली की गई.
इंदौरः Eye हॉस्पिटल की बड़ी लापरवाही, मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 10 मरीजों के आंखों की रोशनी गई
इसके साथ ही कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने अस्पताल के मैनेजमेंट से जुड़े लोगों को संघ और बीजेपी का बताते हुए बीजेपी पर इस पूरी घटना का आरोप डाल दिया है. राकेश सिंह ने सीएम कमलनाथ को लेटर लिखकर बीजेपी नेताओं पर मामला दर्ज करने और डॉक्टरों की संपत्ति जब्त करने की मांग की है.