व्यापारियों की मानें तो लॉकडाउन की वजह से पहले से ही वह लोग काफी घाटे में हैं. व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने बाजारों को खोलने के लिए जो नियम बनाए गए उन्हें भेदभाव किया गया है.
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कर्ण मिश्रा/जबलपुर: मध्य प्रदेश में अनलॉक से जहां कुछ लोग खुश हैं तो वहीं कई व्यापारी नाखुश हैं. जबलपुर जिले में शहर के व्यापारियों ने अनलॉक के नियमों से नाराज होकर प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. सर्राफा इलाके में तमाम व्यापारियों ने प्रशासन के अधिकारियों को घेर लिया और अनलॉक गाइडलाइन पर सवाल खड़े कर दिए.
व्यापारियों का कहना है कि शहर में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई है लेकिन प्रशासन ने सराफा और कपड़ा व्यापारियों को अभी भी प्रतिबंध के दायरे में रखा है. व्यापारियों ने कहा कि प्रशासन ने शहर के छोटे व्यापारियों, किराना व्यापारियों और बाकी मध्यम व्यापारियों को दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है, लेकिन शहर के मुख्य बाजारों को बंद रखने का आदेश जारी किया है. जिसकी वजह से व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ेगा.
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प्रशासन ने किया भेदभाव: व्यापारी
व्यापारियों की मानें तो लॉकडाउन की वजह से पहले से ही वह लोग काफी घाटे में हैं. व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन ने बाजारों को खोलने के लिए जो नियम बनाए गए उन्हें भेदभाव किया गया है.क्योंकि जब आप बाकी दुकानों को खोलने की अनुमति दे रहे हैं तो फिर सराफा और कपड़ा व्यापारियों को दुकान खोलने की अनुमति क्यों नहीं दे रहे हैं.
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व्यापारियों के प्रदर्शन में कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना भी प्रशासन का विरोध करने पहुंच गए. विधायक का कहना है कि जब जबलपुर शहर में संक्रमण की रफ्तार कम हो गई है तो प्रशासन को सभी दुकानें खोलने की अनुमति देना चाहिए. बहरहाल प्रशासन ने व्यापारियों की नाराजगी को जल्द दूर करने का आश्वासन दिया है. हालांकि प्रशासन ने कहा है कि शहर के हालातों को देखते हुए आने वाले समय में बाकी इलाकों को भी खोलने की अनुमति दे दी जाएगी.
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