MP में झोलाछाप डॉक्टर भी खोल सकेंगे क्लीनिक; कांग्रेस बोली- दिया जा रहा मारने का लाइसेंस
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MP में झोलाछाप डॉक्टर भी खोल सकेंगे क्लीनिक; कांग्रेस बोली- दिया जा रहा मारने का लाइसेंस

झोलाछाप डॉक्टरों के लिए इस एक साल के डिप्लोमा कोर्स की कीमत 24 हजार रुपए रखी गई है. कोर्स के तहत प्राथमिक उपचार केंद्र में इलाज के लिए ट्रेनिंग देने का जिक्र किया गया है. इस कोर्स का नाम है 'प्राथमिक चिकित्सा विशेषज्ञ डिप्लोमा कोर्स' रखा गया है. 

झोलाछाप डॉक्टरों के लिए यूनिवर्सिटी ने खास कोर्स शुरू किया है. (सांकेतिक तस्वीर)

प्रमोद शर्मा / भोपालः जिन नीम हकीमों को जान के लिए खतरा बताया जाता है और जिन झोलाछाप डाक्टरों से इलाज कराने से लोग कतराते है. अब भोपाल की अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी यूनिवर्सिटी इन झोलाछाप डॉक्टरों और नीम हकीमों के लिए एक डिप्लोमा कोर्स शुरू करने जा रही है. यूनिवर्सिटी इस डिप्लोमा कोर्स के तहत झोलाछाप डॉक्टरों को ट्रेनिंग देगी, ताकि वह मरीजों को फर्स्ट एड और उनकी छोटी मोटी बीमारी का इलाज कर सकें. 

यूनिवर्सिटी ने अखबारों में दिया विज्ञापन
अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय ने इस कोर्स के लिए बाकायदा अखबार में विज्ञापन भी दिया है. विज्ञापन के अनुसार, झोलाछाप डॉक्टरों के लिए इस एक साल के डिप्लोमा कोर्स की कीमत 24 हजार रुपए रखी गई है. कोर्स के तहत प्राथमिक उपचार केंद्र में इलाज के लिए ट्रेनिंग देने का जिक्र किया गया है. इस कोर्स का नाम है 'प्राथमिक चिकित्सा विशेषज्ञ डिप्लोमा कोर्स' रखा गया है. खास बात ये है कि इस कोर्स के लिए कोई उम्र सीमा तय नहीं की गई है.

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झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक खोलकर कर सकेंगे इलाज
अखबार में छपे इस विज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और सीएम शिवराज सिंह चौहान की तस्वीरें भी छपी हैं. विज्ञापन में लिखा गया है कि नीम हकीम और झोलाछाप डॉक्टर इस डिप्लोमा के बाद अपना प्राथमिक उपचार केंद्र खोल सकते हैं, इलाज भी कर सकते है.

'ये जान से मारने का लाइसेंस'- कांग्रेस
बता दें कि भोपाल स्थित अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी यूनिवर्सिटी सरकारी है. यही वजह है कि कांग्रेस ने यूनिवर्सिटी द्वारा झोलाछाप डॉक्टरों के लिए शुरू किए जा रहे इस कोर्स की शुरुआत करने पर तंज कसा है. कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया का कहना है कि 'जो विज्ञापन है, वह आश्चर्यजनक है. झोलाछाप डॉक्टरों से लोग घबराते हैं. अब उन्हें मारने का लाइसेंस देने का काम किया जा रहा है'.

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भाजपा ने दिया ये तर्क
जब कांग्रेस इस डिप्लोमा कोर्स पर सवाल खड़ा कर रही है तो भाजपा प्रवक्ता राहुल कोठारी का कहना है कि 'मध्य प्रदेश सरकार जनता से जुड़ी सरकार है. जो जनता से जुड़े हुए थे जिनकी दुकानें खुली थी, उन्हें अपना व्यवसाय करने का सरकार मौका दे रही है. ये हॉस्पिटल पहुंचने से पहले मरीज का प्राथमिक उपचार करेंगे'.

कौन होते हैं झोलाछाप डॉक्टर
दरअसल जो बिना मेडिकल शिक्षा के चिकित्सा कर रहे हैं. उन्हें झोलाछाप की संज्ञा दी जाती है. ये कम पढ़े लिखे होते हैं, कहीं से छोटा-मोटा काम जैसे इंजेक्शन लगाना, ड्रिप चढ़ाना और कुछ दवाईयों के बारे में सीख लेते हैं और फिर इसके आधार पर अपनी प्रैक्टिस शुरू कर देते हैं. ऐसे लोग भोली भाली जनता का चिकित्सक बनकर इलाज करते हैं और लोगों से मनमाना पैसा वसूल करते हैं. ये अवैध कार्य है. 

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