शिवराज के मंत्रिमंडल विस्तार को कमलनाथ ने बताया संविधान के साथ खिलवाड़, उठाया ये मुद्दा
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शिवराज के मंत्रिमंडल विस्तार को कमलनाथ ने बताया संविधान के साथ खिलवाड़, उठाया ये मुद्दा

कमलनाथ ने ट्वीट किया, ''लोकतंत्र के इतिहास में मध्य प्रदेश का मंत्रिमंडल ऐसा मंत्रिमंडल है, जिसमें कुल 33 मंत्रियो में से 14 वर्तमान में विधायक ही नहीं हैं. यह संवैधानिक व्यवस्थाओं के साथ बड़ा खिलवाड़ है. प्रदेश की जनता के साथ मजाक है.''

कमलनाथ.

भोपाल: मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का कैबिनेट विस्तार आखिरकार 71 दिन के लंबे अंतरातल के बाद गुरुवार को संपन्न हो गया. गुरुवार को राजभवन में 28 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इन मंत्रियों को शपथ दिलाई. इनमें 20 नेताओं ने कैबिनेट मंत्री और 8 ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली.

शिवराज के मंत्रिमंडल विस्तार पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अप्रसन्नता और दु:ख जाहिर किया, साथ ही नए मंत्रियों को बधाई भी दी. कमलनाथ ने ट्वीट किया, ''लोकतंत्र के इतिहास में मध्य प्रदेश का मंत्रिमंडल ऐसा मंत्रिमंडल है, जिसमें कुल 33 मंत्रियो में से 14 वर्तमान में विधायक ही नहीं हैं. यह संवैधानिक व्यवस्थाओं के साथ बड़ा खिलवाड़ है. प्रदेश की जनता के साथ मजाक है.''

कमलनाथ ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, ''प्रदेश सरकार के आज के मंत्रिमंडल के गठन पर मैं सभी नवीन मंत्रियो को बधाई व शुभकामनाएँ देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि प्रदेश के विकास में सभी मिल जुलकर कार्य करेंगे और प्रदेश के विकास में सहभागी बनेंगे. आज के मंत्रिमंडल के गठन में कई योग्य, अनुभवी, निष्ठावान भाजपा के वरिष्ठ विधायकों का नाम नहीं पाकर मुझे व्यक्तिगत तौर पर बेहद दुःख भी है.''

आपको बता बता दें कि गोपाल भार्गव, विजय शाह, जगदीश देवड़ा, बिसाहूलाल सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, भूपेंद्र सिंह, एंदल सिंह कंसाना और बृजेंद्र प्रताप सिंह, इमरती देवी, प्रभुराम चौधरी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, ओम प्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, प्रेम सिंह पटेल, हरदीप सिंह डंग, महेंद्र सिंह सिसोदिया, अरविंद सिंह भदौरिया, डॉ. मोहन यादव और राज्यवर्धन सिंह ने भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली.

वहीं भारत सिंह कुशवाह, इंदर सिंह परमार, रामखिलावन पटेल, रामकिशोर कांवरे, बृजेंद्र सिंह यादव, गिर्राज दंडोदिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली. शिवराज के मंत्रिमंडल विस्तार को पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सज्जन सिंह वर्मा ने अवसरवाद बताया. उन्होंने कहा, ''मध्य प्रदेश में 100 दिन बाद ऐसे अवसरवादी लोगों का मंत्रिमंडल बना है जिन्हें जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है. ये केवल खजाने से लूटपाट करने के उद्देश्य से आए हैं. जनता इन पर कड़ी नजर रखे.

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट के जरिए भाजपा और शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अपने ट्वीट में लिखा, ''लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार 12 गैर-विधायकों को मंत्री बनाया गया..! संवैधानिक लोकतंत्र है. जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा शासन..! शिवराज का लोकतंत्र गद्दारों का, सत्ताभूख मिटाने के लिए, खरीद-फरोख्त द्वारा शासन..! पूरा देश लोकतंत्र के चीरहरण पर शर्मिंदा है.''

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