मध्य प्रदेशः छिंदवाड़ा में दूषित पानी पीने से 3 की मौत, 50 से भी ज्यादा डायरिया से पीड़ित
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मध्य प्रदेशः छिंदवाड़ा में दूषित पानी पीने से 3 की मौत, 50 से भी ज्यादा डायरिया से पीड़ित

ग्रामीणों ने बताया कि उल्टी-दस्त और डायरिया की वजह से 3 लोगों की जान जा चुकी है. गम्भीर बीमार हुए लोगों को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती भी कराया गया है.

ग्रामीण कीटनाशक को उनकी बीमारी के पीछे का कारण मान रहे हैं.

नई दिल्लीः मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के चनियाकलां गांव में इन दिनों हैंडपंप का पानी यहां के लोगों के लिए जानलेवा बीमारी का सबब बना हुआ है. हैंडपंप के पानी से ग्रामीण उल्टी-दस्त और अन्य बीमारी से पीड़ित हैं. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग का अमला मौके पर पहुंचा. चिकित्सकों का एक दल दो दिनों से गांव में शिविर लगाकर ग्रामीणों का परीक्षण कर रहा है. बताया जा रहा है कि पहले दिन के शिविर में 120 और दूसरे दिन करीब 70 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. मिली जानकारी के अनुसार गांव की लगभग 50 प्रतिशत जनता एक ही हैंडपंप का पानी पीते हैं और वर्तमान में ओवर फ्लो और सीवेज की वजह से हैंडपम्प का पानी दूषित हो गया है, जिसके कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं.

ग्रामीणों ने बताया कि उल्टी-दस्त और डायरिया की वजह से 3 लोगों की जान जा चुकी है. गम्भीर बीमार हुए लोगों को नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती भी कराया गया है. शिकायत मिलते ही दो डॉक्टर सहित पैरामेडिकल स्टाफ का दल लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण और बीमारी पर नियंत्रण पाने पहुंचा. छिन्दवाड़ा तहसीलदार ने बताया कि पीएचई की टीम ने अभी तक 6 हेण्डपम्प के पानी को चैक किया, जिसमें दूषित पानी नहीं मिला है. इससे यह तो साफ हो रहा है कि लोगों के बीमार होने के पीछे का कारण कुछ और है. अभी स्थिति सामान्य है. स्वास्थ्य विभाग का अमला भी लगातार लोगों का इलाज कर रहा है. 

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कीटनाशक बनी वजह
गांव के लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले किसानों ने फसल पर कीटनाशक का छिड़काव किया था, कुछ घरों में कीटनाशक को हाथ से घोला था. छिड़काव के बाद बारिश हुई तो पानी रिसकर कुएं में और हेण्डपम्प में पहुंचा. ऐसे में ग्रामीणों ने शक जाहिर किया है कि कहीं न कहीं बीमारी के पीछे यह भी एक वजह हो सकती है. हालांकि अभी बीमारी के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन ग्रामीण कीटनाशक को उनकी बीमारी के पीछे का कारण मान रहे हैं.

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