एमपी सरकार ने युवाओं के सीने पर SC-ST लिखने के मामले में दिए जांच के आदेश
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एमपी सरकार ने युवाओं के सीने पर SC-ST लिखने के मामले में दिए जांच के आदेश

मध्य प्रदेश के धार जिले में आरक्षक पद की भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों के मेडिकल टेस्ट के दौरान उनके सीने पर एससी-एसटी लिख दिया गया था.

भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में इस प्रकार की घटना की खबर हमें पहले नहीं मिली.(फोटो-ANI)

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के धार जिले में आरक्षक पद की भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों के मेडिकल टेस्ट के दौरान उनके सीने पर एससी-एसटी लिख दिया गया था. इसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया. मामले के तूल पकड़ने के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि मामले के संज्ञान में आते ही हमने जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. सिंह ने कहा कि ये एक गंभीर अपराध है.

  1. मामले में कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी- भूपेंद्र सिंह

    प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को नहीं है घटना की जानकारी

    कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साधा था बीजेपी पर निशाना

भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में इस प्रकार की घटना की खबर हमें पहले नहीं मिली. उन्होंने कहा कि ऐसे गंभीर अपराधों पर क्षमा नहीं दी जा सकती है. भूपेंद्र सिंह ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से इस विषय पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं है. उन्होंने राहुल गांधी के ट्वीट पर बोलते हुए कहा कि राहुल के हर ट्वीट को गंभीरता से लेने की जरुरत नहीं है.

 

 

आपको बता दें कि अभ्यार्थियों के सीने पर एससी-एसटी लिखने के मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा था. उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि बीजेपी सरकार के जातिवादी रवैये ने देश की छाती पर छुरा मारा है. राहुल ने कहा था कि युवाओं के सीने पर एससी-एसटी लिखकर बीजेपी ने देश के संविधान पर हमला किया है. राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ये बीजेपी/आरएसएस की सोच है. यही सोच कभी दलितों के गले में हांडी टंगवाती थी, शरीर में झाडू बंधवाती थी, मंदिर में घुसने नहीं देती थी. हम इस सोच को हराएंगे.

 

 

गौरतलब है कि धार जिले में आरक्षक पद की भर्ती के लिए आए अभ्यर्थियों की पहचान के लिए जिला अस्पताल ने अभ्यार्थियों के सीने पर एससी-एसटी लिख दिया था. इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन ने कहा था कि कुछ समय पहले महिला आरक्षक भर्ती के दौरान ऊंचाई नापने में हुई गड़बड़ी को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया गया था. आरक्षित वर्ग की ऊंचाई नापने में कोई गड़बड़ न हो, इसलिए अलग-अलग वर्ग के अभ्यर्थियों के सीने पर उनकी जाति लिख दी गई थी. वहीं अधिकारियों ने भी इस मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई की बात की थी. आपको बता दें कि सामान्य और दूसरे पिछड़ा वर्ग के लिए 168 सेमी और एससी-एसटी के लिए 165 सेमी की ऊंचाई निर्धारित की गई है.

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