मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के खिलाफ एक दिन 2 बार केस दर्ज किया गया है. पहले केस इंदौर और दूसरा केस राजगढ़ में दर्ज किया गया है. सिंह के इस बयान से राजनीति में खलबली मच गई है.
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MP NEWS/अनिल नागर: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर इंदौर के बाद राजगढ़ में भी FIR दर्ज हो गई है. दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर आरएसएस को निशाने पर लेते हुए एक पोस्टर ट्वीट किया था. उन्होंने आरएसएस के द्वितीय सर संघ चालक माधव सदाशिव राव गोलवलकर पर एक पोस्ट किया.
इसी मामले में भाजपा नेता अंशुल तिवारी की शिकायत पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ राजगढ़ थाना कोतवाली में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. FIR नहीं लिखे जाने तक भाजपा नेता राजगढ़ थाना कोतवाली के बाहर धरना प्रदर्शन करते रहे.
इस वजह से मुसीबत में पड़े दिग्विजय सिंह
दरअसल, दिग्विजय सिंह आरएसएस के द्वितीय सरसंघचालक गोलवलकर के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट डालकर फंस गए है. इससे पहले सिंह के खिलाफ इंदौर की तुकोगंज थाना पुलिस ने केस दर्ज किया. सिंह ने सोशल मीडिया फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट डालकर दावा किया है कि गोलवलकर ने अपनी किताब में लिखा है कि मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए तैयार हूं, लेकिन जो दलित और पिछड़ों और मुसलमानों को अधिकार देती हो, ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए.
पोस्ट में और क्या लिखा?
सिंह ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में एक और बात लिखी है कि गुरु गोलवलकर ने अपनी किताब में कहा है कि जब भी सत्ता हाथ लगे देश की धन संपत्ति, राज्यों की जमीन और जंगल दो-तीन विश्वसनीय व्यक्तियों को सौंप दो और 95 फीसदी जनता को भिखारी बना दो उसके बाद सात जन्मों तक सत्ता हाथ से नहीं जाएगी. इंदौर में पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने की भी दिग्विजय सिंह की गिरफ्तारी की मांग की है.