22 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ की बड़ी रैली होने जा रही है. इसी दिन यानि शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी भोपाल आ रहे हैं. ऐसे में इसी दिन रैली करने को लेकर बीजेपी, कांग्रेस पर तंज कस रही है. जनआक्रोश रैली में कांग्रेस ने 40 हजार की संख्या में भीड़ जुटाने का दावा किया, तो इसे भाजपा ने हास्यास्पद बता दिया
Trending Photos
चंद्रशेखर सोलंकी/रतलाम: 22 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता कमलनाथ की बड़ी रैली होने जा रही है. यह रैली 2023 के चुनावी शंखनाद का मध्यप्रदेश में आगाज़ भी माना जा रहा है. बता दें इसी दिन यानि शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी भोपाल आ रहे हैं. ऐसे में इसी दिन रैली करने को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर तंज कस रही है. जनआक्रोश रैली में कांग्रेस ने 40 हजार की संख्या में भीड़ जुटाने का दावा किया, तो इसे भाजपा ने हास्यास्पद बता दिया. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस का सभा पंडाल ही 10 हजार की क्षमता का है. उसमें भी कमलनाथ के आने की खबर मिलते ही कांग्रेस में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है.
40 हजार की भीड़ जुटाने का दावा
22 अप्रैल को कमलनाथ की भाजपा के खिलाफ रैली है. महंगाई हटाओ के नारे के साथ प्रदेश में होने जा रही जन आक्रोश रैली की रतलाम से शुरुआत करना भी हर किसी के लिए सोच से परे है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर प्रदेश में कमलनाथ ने भाजपा के खिलाफ जनआक्रोश रैली की शुरुआत के लिए रतलाम को क्यों चुना है. उधर कांग्रेस इन सवालों को दरकिनार कर तैयारियों में लगी है. इस रैली को लेकर शहर के अंबेडकर मैदान में तैयारी जारी है. पंडाल लागए गए हैं, रैली का मार्ग भी तय कर लिया गया है. कांग्रेस इस रैली को लेकर बड़े दावे भी कर रही है. जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया का कहना है कि रैली के मार्ग में 40 मंच लगाकर कमलनाथ का स्वागत किया जाएगा. वहीं सभा में भी 40 हजार लोगों की भीड़ जुटाने का दावा हो रहा है.
भाजपा ने रैली को बताया हास्यास्पद
इधर भाजपा इस पूरी जन आक्रोश रैली को हास्यास्पद बता रही है. बीजेपी के जिला महामंत्री प्रदीप उपाध्याय का कहना है कांग्रेस पूरी तरह खत्म हो चुकी है. कमलनाथ की सभा में 40 हजार की संख्या में लोगो के जुटाने का दावा भी झूठा है. जिस पंडाल में सभा होने जा रही है वह है ही 8 से 10 हजार लोगों के लिए. भाजपा के खिलाफ जनआक्रोश की तैयारी करने से पहले कमलनाथ अपने घर को संभाले. उनके आने की खबर मिलते ही पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया. एक कद्दावर महिला नेत्री जिन्हें कांग्रेस ने विधान सभा में उम्मीदवार भी चुना था, उन्होंने ही सभा से पहले इस्तीफा दे दिया है. वहीं रतलाम से जनआक्रोश की शुरुआत को लेकर भाजपा का कहना है कि प्रदेश में इन्हें कहीं जगह नहीं मिल रही, इसलिए रतलाम से शुरुआत कर रहे हैं. बीजेपी का दावा है कि जनआक्रोश रैली का जवाब देने के लिए भाजपा का कार्यकर्ता बूत स्तर तक तैयार खड़ा है. ऐसे में अब कल कमलनाथ की जनआक्रोश रैली पर सबकी नजर है कि कांग्रेस की जनआक्रोश की शुरुआत कितनी प्रभावी होती है. क्या जनता का समर्थन कांग्रेस को मिल पायेगा
Amit Shah के भोपाल दौरे के सियासी मायने! मोदी के बाद शाह की ट्राइबल पॉलिटिक्स पर नजर
WATCH LIVE TV