Bhakti ki Shakti: कहते हैं न भक्ति में बड़ी शक्ति होती है. इसे सिद्ध कर दिखाया है, मध्य प्रदेश के रीवा के चिरहुला मंदिर के समीप ललपा में स्थित काली माता की मंदिर के भक्त विनोद कुमार साहू ने. 40 वर्षीय विनोद ने 9 दिन तक अपने शरीर में जवारे बोए इस दौरान उन्होंने कठिन साधना की.
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Bhakti ki Shakti: अजय मिश्रा/रीवा। हिंदू धर्म में मान्यता है कि देवी देवाताओं की भक्ति के पीछे अपार शक्ति छिपी होती है, जिसका नतीजा है कि भक्त भगवान की भक्ति में कठिन से कठिन तपस्या को भी बड़ी आसानी से पूरी कर लेते हैं. कुछ ऐसी ही कठिन तपस्या रीवा में देखने को मिली है, जहां नवरात्रि के अवसर पर देवा मां को खुश करने के लिये एक भक्त ने अपने ही शरीर पर जवारे उगा दिए.
काली माता मंदिर में दिखी अनोखी भक्ति
नवरात्रि में भक्ति का यह अनोखा दृश्य रीवा शहर में ही प्रसिद्ध चिरहुला मंदिर के समीप ललपा में स्थित काली माता की मंदिर में देखने को मिला है. वार्ड क्रमांक 26 ललपा निवासी विनोद कुमार साहू उम्र 40 वर्ष देवी मां के भक्त हैं. उन्होंने अपनी भक्ती से माता जी को खुश करने के लिये नवरात्रि के पहले दिन मंदिर के अंदर बैठकर अपने शरीर पर जवारा बोया.
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पट खुलते ही देखने के लिए लगी लोगों की भीड़
बैटकी के बाद पंचमी के दिन देर शाम मंदिर का पट खोला गया है, जिसके बाद से भक्त को देखने के लिये लोगों तांता लगा हुआ है. बताया गया कि पंचमी को मंदिर का पट खुलने के बाद शरीर पर जवारे उगाने वाले जवारे को भक्त देखने उमड़ रहे हैं. इसके साथ ही मंदिर परिसर में भजन, कीर्तन व आरती का दौर जारी है.
9 दिन की कठिन उपासना
पूरी उपासना के दौरान विनोद ने केवल प्रतिदिन गंगाजल का सेवन किया. दावा यह भी है कि युवक ने माता को अपनी जीभ काट कर चढ़ाई है. आसपास के इलाकों में खबर मिलते ही लोगों का मंदिर में जमावड़ा सुबह से शाम तक देखने को मिलता है. भक्त विनोद ने बताया कि उसने ये कठन साधना कर क्षेत्र और लोगों की भलाई के लिए माता से आशिर्वाद मांगा है.
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मैहर में चढ़ाया जाएगा जवारा
सप्तमी के दिन देवी मां के चरणों में विनोद कुमार साहु के द्वारा माता के चरणों में जीभ भी चढ़ाई गई है. नवरात्रि के नौ दिनों तक चलने वाली इस कठिन तपस्या को पूरी करने के बाद नौंवी के दिन मैहर मंदिर में देवी मां को भक्त द्वारा अपने शरीर पर बोए हुये जवारे को चढ़ाया गया जाएगा.