Bhind News: झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना इतना महंगा पड़ता है कि परिवार के किसी सदस्य की मौत तक हो जाती है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के भिंड से सामने आया है. जहां इलाज के दौरान दो माह के बच्चे की मौत हो गई.
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Madhya Pradesh News In Hindi: भिंड जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. ग्रामीणों ने झोलाछाप डॉक्टरों पर भरोसा कर लिया, जिसके चलते 2 साल के मासूम बच्चे की मौत हो गई. नाराज परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए आवेदन भी दिया है. जानकारी के मुताबिक बीती शाम अटेर इलाके के प्रतापपुर गांव के रहने वाले डीपी भदोरिया अपने दो माह के बच्चे की तबीयत खराब होने पर उसे प्रतापपुर में ही निजी प्रैक्टिस करने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गए थे. इलाज के दौरान डॉक्टर ने बच्चे को दवा दी थी.
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
दवा देने के बाद मासूम की हालत बिगड़ने लगी. जिसके बाद डॉक्टर ने तुरंत बच्चे को जिला अस्पताल भेजा जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर बच्चे की मौत का आरोप लगाया है और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है. परिजनों ने कथित झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए अटेर थाने में आवेदन भी दिया है.
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बैतूल में धराया कुकर्मी बंगाली डॉक्टर
उधर, बैतूल में एक झोलाछाप बंगाली डॉक्टर ने झांसा देकर युवती को अपनी हवस का शिकार बनाया. युवती की शिकायत के बाद पुलिस ने कलकत्ता भागने की कोशिश कर रहे बंगाली डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया था. मामला मुलताई थाना क्षेत्र का है. जहां 23 वर्षीय युवती के दादा का इलाज करने बंगाली डॉक्टर आता था. उसने युवती के साथ झांसा देकर दुष्कर्म किया था. युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी झोलाछाप डॉक्टर मृणाल पाल के खिलाफ धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर लिया. शिकायत की भनक लगते ही वह कलकत्ता भागने की फिराक में था. इस कारण मुलताई पुलिस ने उसे घेराबंदी कर गिरफ्तार किया था.