Surya Grahan: 27 साल बाद दिवाली के मौके पर बड़ी खगोलीय घटना होने जा रही है. ऐसा 27 साल बाद हो रहा है. इससे पहले साल 1995 में दिवाली पर इस तरह की खगोलीय घटना हुई थी.
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Surya Grahan: गोवर्धन पूजा तक भारतियों का सबसे बड़ा त्यौहार दिवाली का पर्व चल रहा है. इस बार दिवाली के अगले ही दिन यानी आज बड़ी खगोलीय घटना यानी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. ऐसा 27 साल बाद हो रहा है, जिस कारण पांच दिनों तक होने वाली दिवाली भी इस बार छह दिन की हो गई है. जान लें दिवाली से लेकर गोवर्धन पूजा के बीच किस तरह के पूजा अनुष्ठान करने चाहिए.
6 दिन को होगी दिवाली
सनातनी पंचांग के अनुसार, दिवाली का पर्व हर साल 5 दिन मनाया जाता है, लेकिन इस बार दीपावली उत्सव 6 दिन तक चलेगा. इसका कारण है सूर्यग्रहण. साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को पड़ने वाला है. इसी कारण दिवाली के दूसरे दिन होने वाली गोवर्धन पूजा दिवाली के तीसरे दिन होगी. इस तरह से दिवाली का पर्व इस साल 5 दिन न होकर 6 दिन चलेगा.
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दीपावली के अगले दिन सूर्य ग्रहण
इस साल दिवाली का पर्व 24 अक्टूबर सोमवार को मनाया जा रहा है. चतुर्दशी शाम 5 बजकर 26 मिनट पर समाप्त हो जाएगी, जिसके ठीक बाद यानी शाम 5 बजकर 27 मिनट से अमावस्या लग जाएगी. इसके बाद 25 अक्टूबर को भारतीय समय के अनुसार, दोपहर 2 बजकर 29 मिनट से सूर्य ग्रहण लगना प्रारंभ हो जाएगा. इसकी समाप्ति 6 बजकर 32 मिनट पर हो जाएगी.
पूजा पर होगा क्या असर?
ज्योतिष काल गणना के अनुसार दिवाली के मौके पर ऐसा संयोग 27 साल बाद बन रहा है. इससे पहले इस तरह का सूर्य ग्रहण साल 1995 की दिवाली पर हुआ था. ज्योतिष जानकारों की मानें तो सूर्य ग्रहण के कारण लक्ष्मी पूजन पर किसी भी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ता. हालांकि उसके अगले दिन गोवर्धन पूजा पर निषेध रहेगा. इसलिए गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को की जाएगी. वहीं ग्वारस के रोज दिवाली की पूजा करने वाले लोगों के लिए कोई समस्या ही नहीं है.
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इन्हें सावधान रहने की जरूरत
सूर्य ग्रहण के समय कई तरह कार्यों पर रोक रहती है. 25 अक्टूबर को होने वाले सूर्य ग्रहण में वृषभ, मिथुन, कन्या और तुला राशि वालों को इससे सावधान रहने की जरूरत है. इसके अलावा तेल मालिश व धूप, दीप से आरती या हवन भी नहीं करनी चाहिए. गर्भवती स्त्री व कुंडली दोष वाले लोगों भी इस दौरान सावदान रहने की जरूरत है.
भारत में सूर्यग्रहण
सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को दोपहर 02:29 मिनट पर आइसलैंड से शुरू होगा और शाम 06 बजकर 20 मिनट पर अरब सागर में समाप्त होगा. सूर्य ग्रहण का प्रभाव भारत में करीब 04 बजकर 29 मिनट से शुरू होगा, जो शाम 06 बजकर 20 मिनट पर समाप्त होगा.