MP में पानी भरने को लेकर दलित युवकों के साथ मारपीट, जानें पूरा मामला
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MP में पानी भरने को लेकर दलित युवकों के साथ मारपीट, जानें पूरा मामला

 MP News: ग्वालियर में हैंडपंप से पानी भरने को लेकर दबंगों ने दलित युवकों के साथ मारपीट की. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. जानें पूरा मामला..

 

MP में पानी भरने को लेकर दलित युवकों के साथ मारपीट, जानें पूरा मामला

Gwalior news: मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक बेहद शर्मनाक घटना सामने आई है , जहां हैंडपंप से पानी भरने को लेकर विवाद हुआ था. बड़ी अकबई गांव की घटना है , जहां गांव के दबंगों ने दलितों की पिटाई केवल इसीलिए कर दी क्योंकि उन्होंने हैंडपंप से पानी भर लिया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उत्पीड़न के अंर्तगत शिकायत दर्ज कर दी है. आरोपियों की तलाश जारी है. दलितों का कहना है कि, उन्हें जाति सूचक गालियां दी गई है. साथ ही उनके साथ मारपीट भी की गई है जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में उन्हें घसीट- घसीट कर पीटा जा रहा है.

प्रदेश में कई बार हो चुकी है ऐसी घटना
मध्य प्रदेश में ये पहली घटना नहीं हैं, जहां जाति संबंधित विवाद हुआ है. पेशाब घटना का विवाद अभी पूरी तरह थमा भी नहीं था कि उसके बाद छतरपुर में दलित को मानव मल खिलाने का मामला सामने आया था.और अब ये घटना सामने आई है. इस प्रकार की घटना आए दिन प्रदेश में हो रही है.

कमलनाथ ने साधा निशाना
ज़ाहिर है अभी राज्य में चुनाव होने वाले है तो विरोधी दल इसे ज़ोर शोर से उठायेंगे. कमल नाथ ने मैला विवाद पर कहा कि. बीजेपी के राज में दलितों पर अत्याचार ज़्यादा बढ़े है.उनका कहना है कि राज्य की सरकार इस तरह के असामाजिक तत्वों को आश्रय देती है. इस पर पलटवार करते हुए राज्य के स्थानीय नेताओं  ने कमल नाथ की कांग्रेस शासित राज्यों में हो रही घटनाओं पर चुप्पी पर उन्हें घसीटा.

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राजनीति एक तरफ़ परंतु इस प्रकार की घटना आज के समय में जहां हम भारत की छवि को आधुनिकता के चश्मे से देख रहे है बहुत ही निंदनीय है. राज्य की सरकार को इस तरह की घटना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए एक मिसाल देनी चाहिए और ऐसा प्रयास करना चाहिए कि इस प्रकार की घटना फिर ना हो. राज्य सरकार को चाहिए कि वो क़ानून को और कड़ा करें जिससे ऐसे लोगो में ये डर हो कि वो ऐसी हरकतों से बचे. सभ्य समाज में ख़ासकर तब जब प्रधानमंत्री द्वारा देश के इस काल को अमृत काल से जोड़ा गया है,बिल्कुल  भी बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.

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