इजराइल में युद्ध के हालत में फंसी टीकमगढ़ जिले की स्वाति सीरोटिया की वतन वापसी के प्रयास तेज हो गए हैं. स्वाति सिरोटिया एग्रीकल्चर से एमएससी करने के लिए नवंबर 2020 में इजराइल गई थी.
Trending Photos
टीकमगढ़: इजराइल में युद्ध के हालत में फंसी टीकमगढ़ जिले की स्वाति सीरोटिया की वतन वापसी के प्रयास तेज हो गए हैं. कल स्वाति के पिता राजेंद्र सीरोटिया ने इस संबंध में डिप्टी कलेक्टर से मुलाकात की थी. वहीं अब ऑपरेशन अजय के तहत इजराइल में फंसे भारत के सभी नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किया जा रहे हैं.
गौरतलब है कि टीकमगढ़ जिले के सुप्रसिद्ध धार्मिक स्थल कुंडेश्वर धाम की रहने वाली स्वाति सिरोटिया एग्रीकल्चर से एमएससी करने के लिए नवंबर 2020 में इजराइल गई थी. इस महीने स्वाति की डिग्री कंप्लीट हो रही थी और थीसिस के चलते वह रुक गई थी. 30 अक्टूबर को स्वाति का वीजा समाप्त हो रहा है. इस बीच 7 अक्टूबर को अचानक हमास और इजराइल के बीच युद्ध छिड़ गया. जिसके चलते स्वाति हॉस्टल में फंसकर रह गई है.
सतना जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही, HIV+ महिला की बिना गाइडलाइन करवाई डिलीवरी
इजरायल में सुरक्षित बेटी
पिता राजेंद्र सिरोटिया ने बताया कि स्वाति से फोन पर लगातार बात हो रही है. वह सुरक्षित है. स्वाति के पिता ने बताया कि उसे अभी कोई मैसेज नहीं मिला है. लेकिन मेरी अभी बिटिया से बात हुई है उसने कहा है कि पापा हम पूर्ण रूप से सुरक्षित, और हम लोगों ने 13 तारीख का फ्लाइट का टिकट बुक कर दिया है. संभवतः वह 14 तारीख को इंडिया वापस आ जाएगी.
भारत सरकार मदद कर रही है
स्वाति ने बताया कि ऑपरेशन अजय के तहत कुछ भारतीय लोगों को मैसेज पहुंच गया है. पर स्वाति के पास अभी तक मैसेज नहीं आया है. देर शाम तक मैसेज आ सकता है. स्वाति के पिता ने कहा है कि अगर मैसेज नहीं पहुंचता है तो हम लोगों ने उसका टिकट बुक कर दिया है. अगर फ्लाइट चलती है तो वह 14 तारीख को इंडिया आ सकती है. इसके लिए भारत सरकार भी पूरी मदद कर रही है.
कल भारत लौटेंगे इजरायल में फंसे भारतीय
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, जैसा कि कल विदेश मंत्री ने घोषणा की थी, ऑपरेशन अजय को हमारे उन नागरिकों की इज़राइल से वापसी की सुविधा के लिए शुरू किया गया है जो वापस आना चाहते हैं. भारतीय नागरिकों को लेने के लिए पहली चार्टर उड़ान आज रात तेल अवीव पहुंचेगी और कल सुबह भारत लौटने की संभावना है.
रिपोर्ट- आरबी सिंह