बालाघाट जिले में लोकायुक्त टीम ने रिश्वतखोर बाबू को गिरफ्तार किया है. बाबू पीपीएफ और पेंशन की राशि निकलवाने के नाम पर ले रहा था घूस.
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बालाघाट: बालाघाट जिले में लोकायुक्त टीम ने रिश्वतखोर बाबू को गिरफ्तार किया है. बुधवार को लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने शिक्षा विभाग के सहायक ग्रेड-2 लक्ष्मीप्रसाद उइके को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है. लोकायुक्त टीम के मुताबिक, उइके ने नगरवाड़ा हाई स्कूल से रिटायर शिक्षक लखनलाल लांजेवार से पेंशन प्रकरण बनाने और पीपीओ जारी करने के नाम पर 35 हजार रुपए की डिमांड की थी, जिसका सौदा 20 हजार रुपए में तय हुआ था.
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बता दें कि यह पूरी कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के निकट बालाघाट में की गई है.
2000 हजार में फिक्स हुआ मामला
बताया गया कि सेवानिवृत्त उच्च श्रेणी शिक्षक लखनलाल लांजेवार 30 मई को सेवानिवृत्त हुए हैं. जिनका पीपीएफ और पेंशन की राशि जारी होनी थी. जिसके लिए पदस्थापना स्थल चांगोटोला हायर सेकेंडरी स्कूल के बाबू लक्ष्मी प्रसाद के द्वारा अन्य दो सहयोगी जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के लेखापाल नितिन कुमार कोमटवार और और राजेश कुमार रंगारी के द्वारा 35000 की रिश्वत की मांग की गई थी. जिसमें 20000 में मामला सेट हुआ.
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रंगे हाथों लोकायु्क्त टीम ने पकड़ा
इसके बाद शिक्षक लखनलाल लांजेवार ने इसकी शिकायत लोकायु्क्त टीम से की, फिर आज की तारीख में यह रिश्वत लेना जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पास तय हुआ था. जिसके अनुसार लोकायुक्त जबलपुर की टीम डीएसपी दिलीप झरबडे के नेतत्व पर पहुंची और रिश्वतखोर बाबू लक्ष्मी प्रसाद उइके को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त पुलिस द्वारा भ्रष्टाचार अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है.