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Indore Corona Case: मध्यप्रदेश में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दे दी है. मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर के पलासिया क्षेत्र में दो कोरोना के मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है. फिलहाल दोनों महिला और पुरुष अभी आइसोलेशन में हैं. दो केस एक साथ मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच के बाद अलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं. इधर सीएम डॉ. मोहन यादव ने भी सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.
मालदीव से लौटे दो लोग कोरोना पॉजिटिव
जानकारी के मुताबिक दोनों ही मरीज इंदौर के पलासिया क्षेत्र में एक ही परिवार से हैं, और हाल ही में वो मालदीव से घूम कर लौटे हैं. हालांकि शुरुआत में दोनों को सामान्य लक्षण थे, लेकिन कोरोना की जांच करवाई तो कोरोना संक्रमण पाया गया. पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद दोनों को आइसोलेशन में रखा गया है. चिंता की कोई बात नहीं है, स्वास्थ्य विभाग की माने तो संबंधित मरीजों को कुछ दिनों में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.
एमपी में पहले से अलर्ट
बता दें कि कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर मध्यप्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है. आरटी पीसीआर और रैपिड जांच के निर्देश सरकार ने दिए हैं. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में जांच की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं. संदिग्ध मरीजों के नमूनों को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भी भेजा जाएगा. अस्पतालों में जांच की व्यवस्था के साथ आम लोगों को भी कोविड नियमों के पालन के लिए कहा गया है. इसके अलावा ILI और SARI के लक्षण वाले मरीजों की मॉनिटरिंग के साथ पोर्टल पर जानकारी भी दर्ज करनी होगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को दी सलाह
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को भारत के कुछ राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी होने और नए जेएन.1 वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद राज्यों को सलाह जारी की है.
क्या दी गई राज्यों को क्या सलाह?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि वे सभी जिलों में कोविड जांच के दिशा निर्देश के अनुसार पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करें. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को ज्यादा-ज्यादा से संख्या में आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने की सलाह भी दी है. वहीं, सरकार ने राज्यों को जीनोम सीक्वेंस के लिए पॉजिटिव नमूने INSACOG प्रयोगशालाओं को भेजने के लिए कहा है.
जानिए क्या है नया सब वेरिएंट,
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि JN.1,SARS-CoV-2 का एक उपप्रकार है, जो COVID -19 का कारण बनता है और इसका एक मामला केरल में पाया गया है, डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर (सीडीसी) के मुताबिका कोरोना का यह सबवेरिएंट, ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BA.2.86 का वंशज है, जिसे 'पिरोला' भी कहा जाता है.
रिपोर्ट - शिव मोहन शर्मा