गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं से आपत्तिजनक सवाल, प्राचार्य ने रद्द किया पर्सनालिटी डेवलपमेंट का टेस्ट
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गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं से आपत्तिजनक सवाल, प्राचार्य ने रद्द किया पर्सनालिटी डेवलपमेंट का टेस्ट

खंडवा के गर्ल कॉलेज में पर्सनालिटी डेवलपमेंट के टेस्ट पेपर में आपत्तिजनक सवाल पूछा गया, जिसका छात्राओं विरोध जताया, जिसके बाद प्राचार्य ने टेस्ट को रद्द किया.

गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं से आपत्तिजनक सवाल, प्राचार्य ने रद्द किया पर्सनालिटी डेवलपमेंट का टेस्ट

प्रमोद सिन्हा/खंडवा: जिले के गर्ल्स डिग्री कॉलेज में पर्सनालिटी डेवलपमेंट यानी व्यक्तित्व विकास के सब्जेक्ट के आंतरिक मूल्यांकन के परीक्षा के प्रश्नों से विवाद पैदा हो गया. इन प्रश्नों को छात्राओं ने आपत्तिजनक और गरिमा के खिलाफ बताया. छात्राओं की आपत्ति के बाद प्राचार्य ने इस प्रस्तावित टेस्ट को रद्द करने के आदेश जारी कर दिए.

बता दें कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत व्यक्तित्व विकास के विषय में कला, विज्ञान, गृह विज्ञान और वाणिज्य के छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं. खंडवा के गर्ल्स डिग्री कॉलेज में 700 छात्राएं पर्सनालिटी डेवलपमेंट की पढ़ाई कर रही हैं. इनमें से 326 छात्राएं BA फर्स्ट ईयर में है और इन्हीं के व्हाट्सएप ग्रुप में आंतरिक मूल्यांकन यानी सीसीई के लिए उन्हें पढ़ाने वाले प्रोफेसर ने क्वेश्चनायर सेंड किया. इस प्रश्नावली में अनेक प्रश्न हैं, जिनमें से कुछ ऐसे भी हैं, जिन पर आपत्ति है.

पेपर में पूछे गए आपत्तिजनक सवाव
1. कभी-कभी मुझे चिंता होती है कि कहीं मैं नपुंसक ना हो जाऊं.
2. विपरीत लिंग के व्यक्ति से मिलने पर मुझे घबराहट सी मालूम होती है.
3. कभी-कभी मैं यह सोच कर परेशान हो जाता हूं कि कहीं क्रोध में किसी की हत्या ना कर दूं, या ज्यादा नुकसान ना पहुंचा दूं.
4. बुढ़ापे से शारीरिक शक्ति क्षीण होने की संभावना मुझे सताया करती है.

छात्राओं ने जताई आपत्ति
छात्राओं ने जब प्रश्न देखें तो उन्होंने तत्काल लिखित में प्राचार्य के समक्ष आपत्ति जताई, जो आवेदन प्राचार्य को दिया है, उसमें उन्होंने लिखा है कि प्रश्न अश्लील और आपत्तिजनक है. सिलेबस से हटकर सेक्स लाइफ से जुड़े क्लिनिकल सवाल के जवाब हां और ना में पूछे हैं. इन प्रश्नों के जवाब देने में भी शर्म आ रही है. जिसके बाद संज्ञान लेते हुए प्राचार्य ने तत्काल प्रस्तावित टेस्ट को रद्द करने का आदेश जारी कर दिए.

जानिए क्या कहा प्रचार्य ने
कॉलेज प्रबंधन की ओर से प्राचार्य ए.के. चौरे ने जानकारी देते हुए बताया कि जो क्वेश्चनायर छात्राओं के व्हाट्सएप ग्रुप में भेजा गया था, वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रिटायर्ड प्रोफेसर का मॉडल पेपर था. उसी के आधार पर कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. संदीप आख्या ने उसे ग्रुप में सेंड किया था. छात्राओं ने इस प्रश्न पर आपत्ति ली तो हमने तत्काल सुनवाई की. उन्होंने कहा कि मनोविज्ञान भी व्यक्तित्व विकास का महत्वपूर्ण अंग होता है. छात्राओं ने आपत्ति ली है तो हमने टेस्ट रद्द कर दिए है. अब ऐसी प्रश्नावली तैयार करवाएंगे जिससे छात्राओं को कोई परेशानी न हो.

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