MP NEWS: मध्य प्रदेश में 39 हजार से अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा हैं. इन सभी संगीन अपराधों के केस दर्ज हैं. कई सालों बाद भी पुलिस इन्हें नहीं ढूंढ पाई है. ऐसे में अगर भी राज्य के निवासी हैं तो आपको थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है, हो सकता है इनमें से कोई अपराधी आपके आसपास ही मौजूद हो.
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Madhya Pradesh News: अगर आप मध्य प्रदेश में रहते हैं तो सतर्क हो जाइए, क्योंकि हो सकता है कि आपके आसपास भी कोई खूंखार अपराधी मौजूद हो. इसकी वजह यह है कि बेल पर जेल से बाहर आए 39,893 अपराधी चकमा देकर फरार चल रहे हैं. 53 जिलों की पुलिस इन अपराधियों को नहीं पकड़ पाई है. यही नहीं पैरोल पर जेल से निकले 143 कैदी भी फरार हैं. 20 से 25 साल के लापता अपराधी भोपाल और उज्जैन में सबसे ज्यादा हैं.
ये सभी आरोपी पुलिस को कई सालों से चकमा दे रहे हैं. पुलिस अब तक इन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश नहीं कर पाई है. पैरोल पर सबसे ज्यादा फरार कैदी भोपाल और उज्जैन की जेलों से हैं. बेल जंपर में सबसे ज्यादा ग्वालियर, रायसेन और उज्जैन के आरोपी हैं. तीन जिले में ही 8 हजार से अधिक आरोपी हैं. भिंड, मुरैना, इंदौर, रतलाम, जबलपुर और सागर जिले भी शामिल हैं. फरार आरोपियों में मर्डर, नाबालिग के अपहरण जैसे संगीन अपराधों में लिप्त अपराधी शामिल हैं. स्पेशल डीजी जीपी सिंह ने एससीआरबी को रिकॉर्ड भेजा है.
पैरोल पर फरार कुल 143 आरोपी
केंद्रीय जेल रीवा - 10
केंद्रीय जेल सागर - 13
केंद्रीय जेल नर्मदापुरम - 03
केंद्रीय जेल इंदौर - 8
केंद्रीय जेल जबलपुर - 12
केंद्रीय जेल ग्वालियर - 15
केंद्रीय जेल सतना - 9
केंद्रीय जेल रतलाम - 2
केंद्रीय जेल उज्जैन - 34
केंद्रीय जेल भोपाल - 33
केंद्रीय जेल बड़वानी - 02
बेल पर फरार अपराधी
ग्वालियर - 4024
मुरैना - 2630
सागर - 1922
बैतूल - 1159
शहडोल - 540
टीकमगढ़ - 765
इंदौर सिटी - 1408
भिण्ड - 1949
रायसेन - 2113
15 अगस्त को रिहा किए गए 182 कैदी
इस स्वतंत्रता दिवस पर मध्य प्रदेश की जेलों से 182 कैदियों को रिहा किया गया. गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस संबंध में कहा है कि आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदियों की स्वतंत्रता दिवस पर रिहा गया. पहले जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदियों को साल में 2 बार रिहा किया जाता था लेकिन अब 4 बार रिहाई दी जा रही है.
रिपोर्ट: आकाश द्विवेदी