योगी के काम का बखान करेंगे MP के नेता: कोई संगठन तो कोई चेहरा विशेष, मौका कुछ कर दिखाने का
Advertisement

योगी के काम का बखान करेंगे MP के नेता: कोई संगठन तो कोई चेहरा विशेष, मौका कुछ कर दिखाने का

इस बार यूपी के सियासी रण में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य उतर रहे हैं. यूपी विधानसभा चुनाव इस बार बीजेपी के लिए सबसे अहम माना जा रहा है. ऐसे में एमपी के नेता भी यूपी में दम दिखाते नजर आ सकते हैं. 

 

योगी के काम का बखान करेंगे MP के नेता: कोई संगठन तो कोई चेहरा विशेष, मौका कुछ कर दिखाने का

भोपालः उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है, सत्ता धारी बीजेपी और विपक्षी पार्टियां उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी करने लगी हैं. इस बार यूपी के सियासी रण में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य उतर रहे हैं. यूपी विधानसभा चुनाव इस बार बीजेपी के लिए सबसे अहम माना जा रहा है. कोरोना के चलते चुनाव में बड़ी रैलियों पर प्रतिबंध लगाया है. ऐसे में अब बीजेपी दूसरी रणनीति पर काम कर रही है. बताया जा रहा है कि बीजेपी अपने उन नेताओं को यूपी के सियासी मैदान में उतारने की तैयारी में है जो पार्टी के लिए जमीनी स्तर पर प्रचार तो करेंगे ही साथ ही साथ संगठन को भी मजबूती देंगे. जिनमें एमपी बीजेपी के नेताओं की अहम जिम्मेदारी होगी, क्योंकि इन नेताओं की यूपी में अच्छी पकड़ है. 

यूपी इलेक्शन में एमपी का कनेक्शन 
दरअसल, उत्तर प्रदेश में इस बार कोरोना के चलते बड़ी रैलियां और संभाएं नहीं होगी. जिससे बीजेपी प्लान-बी पर काम कर रही है. पार्टी दूसरे राज्यों के ऐसे नेताओं को मैदान में उतारने जा रही है, जिनका न सिर्फ यूपी में प्रभाव हो बल्कि वह पार्टी को एक-एक सीट पर मेहनत करके दे. यही वजह है कि अपने नंबर बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश के क्षत्रप भी यूपी के रण में कूदने को बेताब हैं. बीजेपी में सबसे ज्यादा जिन नामों की चर्चा चल रही है उनमें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर के नाम की चर्चा सबसे तेज है. माना जा रहा है कि पार्टी इन्हें बड़ी जिम्मेदारी देगी. क्योंकि इन नेताओं के पास सियासी मैदान में टिके रहने का दांव है. 

नरोत्तम-तोमर की संगठन पर गहरी पकड़ 
दरअसल, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में नरोत्तम मिश्रा और नरेंद्र सिंह तोमर ने बीजेपी के लिए प्रभावी भूमिका निभाई थी. पार्टी इस बार भी उन्हें मैदान में उतराने का मन बना चुकी है. नरोत्तम मिश्रा ने पिछले चुनाव में 17 जिलों की विधानसभा सीटों पर जिम्मा संभाला था, जहां पार्टी को बड़ी जीत मिली थी. इसके अलावा पार्टी उन्हें पश्चिम बंगाल, गुजरात और झारखंड में आजमा चुकी है. 

वहीं बात अगर नरेंद्र सिंह तोमर की जाए तो मोदी की टीम में शामिल तोमर संगठन के मजे हुए रणनीतिकार माने जाते हैं. 2017 में भी वह यूपी में एक्टिव थे. तोमर पूरे प्रदेश को अच्छे से जानते और समझते हैं जबकि उनकी यहां सियासी पकड़ भी मानी जाती है. संगठन को मजबूत करने का हर एक गुण नरेंद्र तोमर को बखूबी आता है. ऐसे में अब तोमर भी यूपी में जल्द ही एक्टिव होते नजर आएंगे. नरोत्तम मिश्रा और नरेंद्र तोमर की खास बात यह भी है कि दोनों ब्राह्मण और ठाकुर वर्ग से आते हैं, यही वोटबैंक यूपी में बीजेपी के लिए सबसे अहम रहता है. 

सिंधिया के पास कुछ कर दिखाने का मौका 
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी ज्योतिरादित्य सिंधिया का भी पूरा इस्तेमाल करना चाहेगी. सिंधिया कांग्रेस में रहते हुए पश्चिमी यूपी के प्रभारी रहे थे. ऐसे में इस क्षेत्र की उनको अच्छे से समझ है. माना जा रहा है कि सिंधिया को भी पार्टी पश्चिमी यूपी में एक्टिव कर सकती है. जबकि पार्टी उनके ऐसे नेता के तौर पर भी इस्तेमाल करना चाहेगी जो दूसरी पार्टी से बीजेपी में आए और उनकी हर ख्वाहिश पूरी हुई. सिंधिया के लिए भी यूपी चुनाव इसलिए अहम है क्योंकि मध्य प्रदेश के अलावा वह दूसरे राज्यों में भी पार्टी के लिए कुछ कर दिखाना चाहेंगे. 

सीएम शिवराज और उमा भारती भी करेंगे प्रचार 
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो चुनाव से पहले ही उत्तर प्रदेश में विधानासभा चुनाव प्रचार की कमान संभाल चुके हैं, उन्होंने बलिया में जन विश्वास पदयात्रा भी की थी. भले ही बड़ी रैलियों पर प्रतिबंध है, लेकिन जमीन पर घूमकर वोट कैसे बटोरे जाते हैं इस काम में शिवराज सबसे माहिर नेताओं में से एक माने जाते हैं. इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी यहां एक्टिव होंगे. वहीं बात अगर उमा भारती  की जाए तो मध्य प्रदेश के अलावा उत्तर प्रदेश भी उनकी राजनीति का केंद्र रहा है. 2012 में उमा भारती यूपी की चरखारी विधानसभा सीट से चुनाव जीती थी, जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने झांसी लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी. ऐसे में यूपी में उमा भारती का अच्छा जनाधार माना जाता है. जिसके चलते पार्टी उन्हें 2022 के विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका दे सकती है. वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी यूपी में प्रचार कर सकते हैं. 

शिवराज की टीम के कई नेता भी कर सकते हैं प्रचार 
ये तो बात उन बड़े चेहरों की हुई जो यूपी चुनाव में उतरेंगे ही, जबकि सीएम शिवराज की टीम के कई मंत्रियों को भी यूपी चुनाव में लगाया जा सकता है. जिनमें इस बार गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, विश्वास सारंग, यशोधरा राजे सिंधिया सहित उन विधायकों को भी प्रचार में लगाया जा सकता है जिनका क्षेत्र यूपी से सटा है. हालांकि फिलहाल पार्टी ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. लेकिन माना जा रहा है कि ये नेता भी यूपी में प्रचार करते नजर आ सकते हैं. 

यानि की यूपी के सियासी रण में मध्य प्रदेश के धुरंधर भी अपना पूरा योगदान देने के लिए तैयार हैं, बस पार्टी की तरफ से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. माना जा रहा है कि बीजेपी यूपी में स्टार प्रचारकों की जो लिस्ट जारी करेगी उनमें इन नेताओं के नाम शामिल हो सकते हैं. 

ये भी पढ़ेंः अरुण यादव: प्रदेश का वो OBC चेहरा जिससे कांग्रेस को है उम्मीद, राहुल के भी करीबी

WATCH LIVE TV

Trending news