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आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्यप्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. इसे लेकर बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व लगातार ही प्रदेश का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एमपी आ रहे हैं. निमाड़ के खरगोन में वो मिशन 2023 को लेकर बीजेपी का पहला रोड शो करेंगे. उसके बाद बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे.
बता दें कि मध्यप्रदेश में 5 दिन में दूसरी बार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का दौरा है. इससे पहले वो 26 जून को भोपाल आए थे. जब पीएम मोदी भी मौजूद थे.
निमाड़ को लेकर सियासत तेज
नड्डा के दौरे से राजनीति भी काफी तेज हो गई है. कांग्रेस के उपाध्यक्ष जेपी धनोपिया ने जेपी नड्डा को डमी राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया है. उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी में तवज्जों नहीं मिल रही है. इसलिए वो बार-बार मध्यप्रदेश आ रहे हैं. निमाड़ ,मालवा और महाकौशल ,विंध्य बीजेपी के हाथ से निकल चुका है. अब बीजेपी इन्हें बचाने की कोशिश कर रही है. लेकिन जनता समझ चुकी है कि रोजगार के नाम पर उन्हें ठगा गया है. 3 महीने सरकार को जैसे-तैसे निकलने है. उसके बाद आचार-संहिता लग जायेगी बस सरकार आपना समय काट रही है.
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @JPNadda जी का खरगोन आगमन पर हार्दिक स्वागत है।#9YearsOfSeva pic.twitter.com/01Vj04rqsd
— BJP MadhyaPradesh (@BJP4MP) June 30, 2023
बीजेपी बोली- निमाड़ में जनता भाजपा के साथ...
कांग्रेस के आरोपों पर बिफरी बीजेपी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व पर ही सवाल उठा दिए. बीजेपी प्रवक्ता डॉ. हितेश वाजपेयी ने कहा कि कांग्रेस तो अपना अध्यक्ष ही नहीं तय कर पाई. हम विकास कार्यों के आधार पर आगे बढ़ रहे है. निमाड़ में जनता का पूरा समर्थन है. बुरहानपुर में हर घर नल पहुंचाया गया है, बीजेपी विकास परक राजनीति करती है. बिजली पानी सड़क लोगों को देना हमारी उपलब्धि है. कांग्रेस अपनी चिंता करे जनता हमारे साथ है.
मालवा-निमाड़ में विधानसभा की 66 सीटें
दरअसल, मालवा-निमाड़ में विधानसभा की 66 सीटें आती हैं, 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार की सबसे बड़ी वजह मालवा-निमाड़ ही रहा था, क्योंकि यहां की फिलहाल यहां की 66 सीटों में से सबसे अधिक 35 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी, तो बीजेपी को केवल 28 सीटें मिली थी, जिससे कांग्रेस 15 साल बाद प्रदेश की सत्ता वापसी में सफल रही थी. इसी को देखते हुए अब बीजेपी मालवा-निमाड़ पर जोर दे रही है. वहीं इससे पहले RSS भी सक्रियता बढ़ा चुकी है.