MP Vikas Yatra: विकास गाथा की खुली पोल! राशन मांगने पर जड़े थप्पड़, मंच पर आई शिकायत तो बजी तालियां
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1564142

MP Vikas Yatra: विकास गाथा की खुली पोल! राशन मांगने पर जड़े थप्पड़, मंच पर आई शिकायत तो बजी तालियां

MP Vikas Yatra: मध्य प्रदेश में इन दिनों विकास यात्रा चल रही है. इस बीच सतना (satna) से दो ऐसे मामले सामने आए हैं जिनसे विकास गाथा, अधिकारियों कर्मचारियों और नेताओं की पोल खुल गई है.

MP Vikas Yatra: विकास गाथा की खुली पोल! राशन मांगने पर जड़े थप्पड़, मंच पर आई शिकायत तो बजी तालियां

MP Vikas Yatra: सतना। मध्य प्रदेश में विकास के कई दावे किए जाते हैं. लेकिन, कई लोगों की लापरवाही से आम लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसा ही कुछ नजर आया सतना (satna) में, जहां राशन मांगने पर व्यक्ति को थप्पड़ जड़ दिए गए. इतना ही नहीं एक अन्य कार्यक्रम में लोगों ने पूर्व विधायक को भाषण देनें से रोका और उन्हें मोहल्ले में जाकर हालात देखने के लिए बोला तो वो भड़क गए.

राशन मांगने पर जड़े थप्पड़
पहला मामला सतना की ग्राम पंचायत बरौंधा का है. ग्रामीणों ने राशन मांगने पर थप्पड़ मिलने की शिकायत भरी सभा मे की. इस सभा में नेता अफसर और जनता मौजूद थी. युवक की बातों की सच्चाई का सबूत ग्रामीणों की उन तालियों ने दिया जो भरी सभा मे बजाई गई. हालांकि अफ़सर-नेता जरूर असहज हो गए.

ये भी पढ़ें: CM फेस कमलनाथ पर कांग्रेस का रुख साफ! अरुण यादव और अजय सिंह के बयान के बाद आया ट्वीट

बरौंधा में विकास यात्रा का मंच सजा हुआ था. विकास की गाथाएं बताई जा रहीं थी. इसी दौरान संदीप यादव नाम का युवक उठा और माइक थाम कर जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की हकीकत अफसरों और नेताओं को बताने लगा. उसने बताया की पीडीएस के तहत राशन मांगने पर लोगों को चांटे मारे जाते हैं. लोगों को महीनों से राशन नहीं मिला है. कोटेदार की मनमानी के कारण आए दिन विवाद होते हैं.

लोगों पर भड़क गए नेताजी!
दूसरा मामला बरौंधा में ही आयोजित विकास यात्रा का है. चित्रकूट से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार के भाषण के दौरान लोगों ने उन्हें रोकते हुए कहा कि यहां भाषण मत दीजिए. बस्ती में चलकर हकीकत देखिए. न बिजली है और न ही पानी.

ये भी पढ़ें: मध्य प्रदेश में जयस ने बढ़ाई टेंशन! कांग्रेस-बीजेपी की इतनी सीटों पर नजर

लोगों की बात सुनकर नेताजी बड़क गए और तैश में आए पूर्व विधायक ने कहा कि मुझे मत समझाओ. मेरे पांच साल का काम और पिछले 65 साल का काम देख लो. इसके बाद जिसे मन पड़े उसे वोट देना.

Trending news