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राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: शहर में स्थित विक्रम विश्वविद्याल आये दिन किसी न किसी बात को लेकर चर्चा में बना ही रहता है. बुधवार को फिर एक बार उस वक़्त चर्चाओं में आया जब कांग्रेस व एनएसयूआई के पदाधिकारी कार्यकर्ता कुलपति को गांधी टोपी व गुलाब का फूल देते हुए छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की चिंता करते हुए ज्ञापन देने पहुँचे. जब कुलपति ने गुलाब के फूल ले लिए और गांधी टोपी नहीं पहनी तो एक सदस्य ने कुलतपि पर तंज कसते हुए कहा कि पहन लीजिये टोपी गांधी की हैं भगवा की नहीं.
इन सब के बाद कुलपति ने कहा कि पहन लेंगे और कुलपति ने पहनी भी. वहीं कांग्रेस नेता राजेन्द्र वशिष्ठ ने भी कुलतपि पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज गांधी टोपी व फूल इसलिए भेंट किया है. जिससे कुलपति को सद्बुद्धि मिले. वहीं कांग्रेस नेता ने Phd परीक्षा का मुद्दा उठाया और कहा कि जो व्यापमं की तरह घोटाला हुआ है. उसमें जांच जल्द की जाए छात्रों को न्याय मिले.
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जानिए क्या कुछ मांग रखी ज्ञापन में
ज्ञापन देने एकसाथ पहुंचे एनएसयूआई व कांग्रेस नेताओं ने अपनी मांगों को साझा करते हुए बताया कि उज्जैन का ही नहीं अन्य राज्यों के देश विदेश युवा जो इस विश्वविद्यालय में अध्यनरत है. वो आज परेशान है कि हमारी शिक्षा स्थली पर शिक्षा प्राप्त करने के बाद हमारा भविष्य कैसा होगा, क्योंकि जो नए कोर्स शुरू किए गए हैं, उन्हें नियम व अधिनियम के तहत शुरू नहीं किया गया. जबकि करोड़ों रुपया खर्चा किया गया. बोर्ड ऑफ स्टडीज नहीं बनाया, स्टेचू का प्रावधान नहीं हुआ, एक्ट लागू नहीं हुआ, कर्मचारियों की स्वीकृति राज्य सरकारों से नहीं ली गई. सिर्फ कागजों पर सब कुछ चल रहा है.
युवाओं के साथ हो रहा छेड़छाड़
वहीं 145 कोर्स में से एक एडमिशन नहीं है. कुछ कोर्स से उस में दो-दो तीन-तीन एडमिशन है जो यह दिखाता है कि विक्रम विश्वविद्यालय की साख दांव पर लगी है. कार्य परिषद के सदस्य प्रशासनिक कार्य कर रहे हैं. विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति पर कोई प्रशासकीय नियंत्रण नहीं है. यहां शिक्षा के नाम पर सिर्फ युवाओं और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
सद्बुद्धि यज्ञ के बाद अब एक गांधी टोपी भेंट
आपको बता दें विक्रम विश्वविद्यालय में विगत दिनों पीएचडी परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाते हुए एनएसयूआई व कांग्रेस के नेताओं ने परिसर के गेट पर सद्बुद्धि यज्ञ विश्वविद्यालय प्रबंधन के लिए किया था और छात्रों के न्याय की बात कही थी. बुधवार को विश्वविद्यालय में कांग्रेस के नेता व एनएसयूआई के कार्यकर्ता पदाधिकारी गांधी टोपी व गुलाब का फूल लिए कुलपति को देने पहुंचे और उनको तंज कसते हुए कहा कि यह गांधी टोपी है भगवान नहीं इसे पहन लीजिए.