MP Politics: मध्य प्रदेश में कमलनाथ के कामाख्या देवी दर्शन पर मप्र में राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए पूछा कि क्या मंदिर जाने के लिए बीजेपी का सर्टिफिकेट लेना पड़ेगा?
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प्रिया पांडे/भोपाल: चुनावी साल में होने के चलते मध्यप्रदेश (MP News) की सियासत (MP Politics) इस समय बहुत ज्यादा गर्म है. कमल नाथ के मंदिर जाने को लेकर जहां एक तरफ बीजेपी उन पर हमला कर रही है तो अब कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार किया है. कमलनाथ को चुनावी हिंदू बताने पर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि क्या मंदिर जाने के लिए बीजेपी का सर्टिफिकेट लेकर जाए?
कांग्रेस पार्टी ने कहा कि राजनीति से जुड़े लोग मंदिर जाने के लिए बीजेपी के सर्टिफिकेट लेकर जाए? कोई अपनी आस्था से मंदिर में जाता है तो उन्हें बुरा लगता है. कमलनाथ प्रतिवर्ष कामाख्या देवी के दर्शन करने जाते हैं. न केवल कामाख्या देवी के बल्कि और भी कई अलग-अलग मंदिरों में भी दर्शन करने जाते हैं.
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कमलनाथ के कामाख्या देवी दर्शन पर एमपी में सियासत
गौरतलब है कि कमलनाथ के कामाख्या देवी दर्शन पर एमपी में सियासत शुरू हो गई. धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर ने कहा है कि आस्था के नाम पर आडम्बर नहीं होना चाहिए. आस्था सबका निजी विचार, लेकिन धर्म के नाम पर आडम्बर नहीं होना चाहिए. वहीं नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कमलनाथ को चुनावी हिंदू बताया. उन्होंने कहा कि चुनाव आते ही इनके राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश स्तर तक के नेताओं को हिंदू देवी देवता याद आने लगते हैं. मप्र प्रदेश की जनता सब समझती है इनके छलावे में आने वाली नहीं है.
रावण से तुलना पर कांग्रेस का वार
बता दें कि शिवराज सरकार में मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कमलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है. जिससे राज्य की राजनीति गरमा सकती है. राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव ने इशारों-इशारों में कमलनाथ को रावण बता दिया. जिस पर कांग्रेस का कहना है कि कमलनाथ भगवान हनुमान के सच्चे उपासक हैं.जिस तरह से कर्नाटक में बीजेपी के परखच्चे उड़े थे. वैसे ही मध्य प्रदेश में भी उड़ेंगे.सुजीता की राजनीति के लिए इस तरह के शब्दों का प्रयोग करना ठीक नहीं है.