MP election 2023: मालवा-निमाड़ क्षेत्र में मध्य प्रदेश की सबसे ज्यादा सीटें आती हैं. मालवा क्षेत्र में ही आता है रतलाम जिला, जहां पांच विधानसभा सीट हैं. आइए समझते हैं इस जिले की सभी सीटों का समीकरण-
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Ratlam Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में कुल 5 विधानसभा सीट हैं. ये जिला मालवा-निमाड़ क्षेत्र का अहम जिलों में से है, जो उज्जैन मंडल के अंदर आता है. चांदी के गहनों और मैग्निशियम की खनिज के लिए मशहूर रतलाम में इस साल होना वाला चुनाव काफी रोमांचक होगा.साल 2018 में जिले की तीन सीटों पर कब्जा करने वाली BJP ने साल 2013 में सभी सीटों पर बहुमत हासिल की थी. ऐसे में अब देखना होगा कि क्या BJP कमबैक कर पाएगी या फिर इस बार पांसा पलट जाएगा.
रतलाम जिले में कुल 5 विधानसभा सीट हैं- रतलाम देहात, रतलाम सिटी, सैलाना, जावरा और आलोट. आइए इन सभी सीटों में 2003, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ें देखते हैं-
वर्तमान स्थिति यानी 2018 के आंकड़े
साल 2018 में जिले की पांचों सीट में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच जमकर टक्कर हुई. पांच सीट में से तीन पर BJP ने कब्जा किया, जबकि कांग्रेस के कब्जे में दो सीट आई. जावरा सीट में तो महज 511 वोट के अंतर से BJP प्रत्याशी राजेंद्र पांडे ने कांग्रेस के KK सिंह को हरा दिया. जबकि रतलाम सिटी विधानसभा सीट पर BJP के चैतन्य कुमार कश्यप ने 43435 वोट से कांग्रेस के नारायण मैदा को हरा दिया. साल 2018 में जिले की सभी सीटों पर मुकाबला काफी रोमांचक रहा.
देखें साल 2018 के वोट के आंकड़ें
जिले की पांच सीटों में से सबसे ज्यादा वोटर्स जावरा सीट में हैं. यहां कुल वोटर्स की संख्या- 209925 है. इसके अलावा आलोट में 197966, रतलाम सिटी में 197840, रतलाम देहात में 189508 और सैलाना में 184854 मतदाता हैं.
जानें 2018 में वोट शेयर
साल 2018 में जिले की पांच में से तीन सीट पर BJP ने कब्जा किया, जबकि दो सीट सैलाना और आलोट में कांग्रेस आ गई. बाकी की रतलाम देहात, रतलाम सिटी और जावरा सीट पर BJP ने अपना कब्जा कायम रखा.
जानें 2018 के आंकड़े
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साल 2003 के आंकड़े
साल 2003 में जिले की पांच सीटों में कांग्रेस के हाथ सिर्फ दो और BJP की झोली में तीन सीट आई थी. उस समय भी रतलाम देहात , रतलाम सिटी और जावरा पर BJP का कब्जा था.
साल 2008 के आंकड़े
2008 के आंकड़ों पर नजर डालें तो उस साल कांग्रेस ने BJP के सामने इतना कड़ा मुकाबला रखा था कि BJP सिर्फ एक ही सीट आलोट पर अपनी जीत दर्ज कर पाई थी, जबकि एक सीट रतलाम सिटी पर निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी. उस साल कांग्रेस के झोली में जिले की तीन सीट आई थी.
साल 2013 के आंकड़े
साल 2013 की बात करें तो उस समय जिले की पांचों सीट पर BJP ने बहुमत हासिल की.
अगले चार-पांच महीने में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब देखना होगा कि क्या BJP एक बार फिर सभी सीटों पर वापसी कर पाती है या फिर कांग्रेस एक बार फिर साल 2008 की तरह BJP के सामने कड़ा मुकाबला परोसेगी.