Rewa Assembly Election 2023: विंध्य का एक अहम हिस्सा रीवा जिला राजनीतिक गलियारों में हमेशा चर्चाओं में रहता है. इस जिले की आठों विधानसभा सीट पर इस साल होने वाला विधानसभा चुनाव काफी रोमांचक होने वाला है. साल 2018 में जिले की सभी आठों सीट पर BJP ने कब्जा किया था, लेकिन वर्तमान में बन रहे हालात और कुछ समय पहले आए निकाय चुनाव के नतीजे के बाद समीकरण बदलने के आसार नजर आ रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या 2023 में एक बार फिर BJP पूर्ण बहुमत से जिले में आएगी?
रीवा जिले में कुल 8 विधानसभा सीट हैं- सिरमौर, सेमरिया, त्योंथर, मऊगंज, देवतालाब, मनगवां, रीवा और गुढ़. आइए इन सभी सीटों में 2003, 2008, 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ें देखते हैं-
वर्तमान स्थिति यानी 2018 के आंकड़े
जिले की आठों विधानसभा की बात करें तो साल 2018 में सभी सीटों पर BJP ने बहुमत हासिल की. सिरमौर से दिव्यराज सिंह, सेमरिया से केपी त्रिपाठी, त्योंथर से श्याम लाल द्विवेदी,मऊगंज से प्रदीप पटेल, देवतालाब से गिरीश गौतम, मनगवां से पंचू लाल प्राजपति, रीवा से राजेंद्र शुक्ला और गुढ़ से नागेंद्र सिंह विधायक बने.
- - विंध्य क्षेत्र का रीवा जिला बड़ा जिला है
- - इस जिले में 8 विधानसभा सीट हैं
देखें साल 2018 के वोट के आंकड़ें
- सिरमौर में कुल 195539 मतदाता हैं.
- सेमरिया में टोटल 197764 वोटर हैं.
- त्योंथर में कुल 188823 मतदाता हैं.
- मऊगंज विधानसभा क्षेत्र में वोटर्स की बात करें तो यहां कुल 201487 मतदाता हैं.
- देवतालाब में कुल 217160 मतदाता हैं.
- मनगवां में 221708 मतदाता हैं.
- रीवा में कुल 204334 वोटर्स हैं.
- गुढ़ में कुल 207682 वोटर्स हैं.
जानें 2018 में वोट शेयर
साल 2018 में जिले की सभी सीट पर BJP ने कब्जा किया. रीवा सीट पर BJP प्रत्याशी राजेंद्र शुक्ला ने कांग्रेस के अभय मिश्रा को कड़ी टक्कर देते हुए 18089 वोट से जीत हासिल की, जबकि देवतालाब में BJP और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. यहां BJP से गिरीश गौतम 1080 वोट से BSP की सीमा जयवीर से जीत गए.
जानें 2018 के आंकड़े
- सिरमौर से दिव्यराज सिंह विधायक बने.
- सेमरिया से केपी त्रिपाठी विधायक बने.
- त्योंथर में श्याम लाल द्विवेदी ने जीत दर्ज की.
- मऊगंज में प्रदीप पटेल ने जीत हासिल की.
- देवतालाब में गिरीश गौतम ने जीत दर्ज की, जो वर्तमान में मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर हैं.
- मनगवां में पंचू लाल प्रजापति विधायक बने.
- रीवा में BJP के राजेंद्र शुक्ला ने जीत हासिल की.
- गुढ़ में नागेंद्र सिंह ने जीत हासिल की.
साल 2003 के आंकड़े
2003 के विधानसभा चुनाव में BJP ने जिले की सात सीटों में से पांच सीटें अपने कब्जे में की. त्योंथर, देवतालाब , मनगवां , रीवा और गुढ़ पर BJP प्रत्याशी ने जीत दर्ज की, जबकि मऊगंज और सिरमौर में अलग-अलग पार्टी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की. उस समय सेमरिया विधानसभा नहीं थी.
साल 2008 के आंकड़े
2008 के आंकड़ों पर नजर डालें तो उस साल कांग्रेस रीवा जिले में एक भी सीट अपनी जीत दर्ज करने में फेल हो गई. उस साल 8 सीट में से 5 सीट पर BJP काबिज रही, जबकि दो पर BSP और एक सीट पर BJSH प्रत्याशी लक्ष्मण तिवारी ने जीत दर्ज की.
साल 2013 के आंकड़े
साल 2013 की बात करें तो उस समय तीन पार्टियों के बीच टक्कर देखने को मिली. उस समय जिले की 8 में से 5 पर BJP ने कब्जा किया, जबकि 2 पर कांग्रेस और एक सीट पर BSP ने जीत दर्ज की.
अगले चार-पांच महीने में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब देखना होगा कि क्या BJP एक बार फिर सभी सीटों पर वापसी कर पाती है या नहीं. हालांकि, रीवा नगर निगम चुनाव के आए नतीजों से साफ नजर आया कि इस बार जनता के मन में BJP के प्रति उतना विश्वास नहीं है, जितना उन्हें पहले था.