Republic Day 2023: राजपथ पर नहीं यहां हुईं थीं गणतंत्र दिवस की पहली 4 परेड, जानें कैसे हुआ था आयोजन
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh1543433

Republic Day 2023: राजपथ पर नहीं यहां हुईं थीं गणतंत्र दिवस की पहली 4 परेड, जानें कैसे हुआ था आयोजन

Republic Day 2023: देश अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है. परेड के लिए राजपथ (कर्तव्य पथ) तैयार है. लेकिन, क्या आपको पता है पहली 4 परेडों का आयोजन यहां न होकर अलग-अलग जगहों पर हुआ था. जानें रिपब्लिक डे की रोचक जानकारी...

Republic Day 2023: राजपथ पर नहीं यहां हुईं थीं गणतंत्र दिवस की पहली 4 परेड, जानें कैसे हुआ था आयोजन

Republic Day 2023: देशभर में 74वें गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारी पूरी हो चुकी हैं. खासकर दिल्ली के राजपथ (कर्तव्य पथ) में परेड के लिए तमाम इंतजाम कर लिए गए हैं. लेकिन, क्या आपको पता है कि देश के पहले गणतंत्र दिवस से लेकर चौथे गणतंत्र दिवस तक के कार्यक्रम का आयोजन यहां न होकर 4 अलग-अलग जगहों पर हुआ था. आज हम आपको इन्हीं आयोजनों के बारे में बता रहे हैं.

कहां-कहां हुईं थी पहली 4 परेड

पहले 4 गणतंत्र दिवस की परेड (कर्तव्य पथ) राजपथ पर न होकर चार अलग-अलग जगहों पर हुई थीं. पहले गणतंत्र दिवस का आयोजन पुराना किला के पास ब्रिटिश स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम) में हुआ था. यहीं पर पहली परेड भी आयोजित की गई थी. 1950 से 1954 तक परेड का आयोजन क्रमशः इरविन स्टेडियम (नेशनल स्टेडियम), किंग्सवे, लाल किला और रामलीला मैदान में हुआ था.

ये भी पढ़ें: CM शिवराज जबलपुर में करेंगे ध्वजारोहण, जानें आपके जिले में कौन फहराएगा तिरंगा

समय के साथ हुआ बदलाव

वक्त के साथ-साथ गणतंत्र दिवस के आयोजन में भी कई बदलाव होते रहे हैं. शुरुआत में समारोह के लिए कोई निश्चित जगह नहीं थी. 1950 में नेशनल स्टेडियम के बाद इस समारोह को लाल किला, किंग्सवे कैंप और फिर रामलीला मैदान में किया गया. इसके बाद साल 1955 में पहली बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड निकली. इसके बाद से आजतक ये आयोजन यहीं हो रहा है.

कौन बना था पहला विदेशी मेहमान

गणतंत्र दिवस समारोह में विदेश मेहमानों को बुलाने की परंपरा साल 1950 से ही हो गई थी. नेशनल स्टेडियम में आयोजित पहले गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के लिए पहले विदेशी मेहमान के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति सुकर्णो शामिल हुए थे. तब से लेकर अब तक ये परंपरा चली आ रही है.

ये भी पढ़ें: 1950 से लेकर अब तक गणतंत्र दिवस पर कौन बनें हमारे मेहमान? देखिए पूरी लिस्ट

जब टूट गई गणतंत्र दिवस की परंपरा

कोरोना काल में ये परंपरा टूट गई. 2021 में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के कारण दौरा रद्द कर दिया था वहीं 2022 में किसी मेहमान को नहीं बुलाया गया. अब 2023 में मिस्त्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी देश के मेहमान बनेंगे.

Trending news